ब्रिटेन में कोरोना वायरस से होने वाली मौत रुकने का नाम नहीं ले रही है. हर दिन शवों की बढ़ती तादाद से जगह की किल्लत पैदा हो गई है. लिहाजा समस्या को दूर करने के लिए बर्मिंघम की जामा मस्जिद ने अनोखी पहल की है. उसने अपने खाली कार पार्किंग एरिया को अस्थायी मुर्दाघर बना दिया है.


बर्मिंघम में मस्जिद बनीं मुर्दाघर !


रमजान में बर्मिंघम की जामा मस्जिद इबादत करनेवालों से भरी रहती थी. मगर महामारी के चलते मस्जिद सुनसान है. यहां दिखाई देते हैं तो सिर्फ शव ही शव. मस्जिद के ट्रस्टी मोहम्मद जाहिद पार्किंग को मुर्दाघर बनाने के पीछे की वजह बताते हैं, “सामान्य दिनों में अंतिम संस्कार के लिए एक या दो ही शव लाए जाते थे मगर पिछले कुछ हफ्तों में प्रतिदिन पांच से छह शव लाए जा रहे हैं.” वायरस से बचने के लिए मॉस्क, ग्लोव्स पहनकर ताबूत हटाते हुए जाहिद बताते हैं, "अंतिम संस्कार के वक्त सिर्फ 6 लोग ही शामिल हो सकते हैं." उनका कहना है कि लॉकडाउन के कारण मृतकों के परिजनों के नहीं पहुंचने पर बहुत दुख होता है. उनके दो परिजन भी कोविड-19 के कारण मर चुके हैं.


जगह की किल्लत के चलते फैसला


ऐसा ही नजारा ग्रीन लेन मस्जिद के पास का है. जहां ताबूत मस्जिद में कतारबद्ध रखे हुए हैं. यहां साल भर में 25 शव अंतिम संस्कार के लिए लाए जाते थे मगर पिछले तीन हफ्तों से हर रोज पांच शव लाए जा रहे हैं. मस्जिद कमिटी के प्रमुख सलीम अहमद बताते हैं, “हर कोई अपने परिजनों का अगला नंबर होने के बारे में चिंतित है.” ब्रिटेन के अस्पतालों में कोरोना वायरस के चलते मरने वालों की संख्या 20 हजार 700 के करीब है. हजारों की मौत नर्सिंग होम में हो चुकी है. कोरोना वायरस ने किसी भी रंग, नस्ल, धर्म के माननेवालों को नहीं छोड़ा है. यहां तक कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी इसकी चपेट में आ चुके हैं.


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