Covid-19 Origin China: दुनियाभर में लाखों लोगों की जिंदगियां लील जाने वाले कोरोनावायरस की उत्पत्ति कैसे और कहां से हुई, ऐसे सवालों के घेरे में चीन ही है. क्योंकि कोरोनावायरस (Covid-19) के मरीज पहली बार चीन (China) के वुहान में मिले थे और उसके बाद यह जानलेवा संक्रामक बीमारी अन्य देशों में फैली. इस पर कई देशों में जांच की मांग उठी तो चीन ने पल्ला झाड़ने की कोशिश की.
एक दिन पहले ही अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट की एक रिपोर्ट में यह दावा किए जाने पर कि कोरोनावायरस चाइनीज लैब से लीक होने पर फैला होगा, तब से चीन एक बार फिर संदेह के भंवर में है. दुनियाभर में कोरोनावायरस से चीन के लिंक की चर्चा है. अमेरिकी रिपोर्ट देखकर चीनी विदेश मंत्रालय तिलमिला गया है. चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट की रिपोर्ट को सिरे से नकार दिया है. चीन का कहना है कि कोरोनावायरस की उत्पत्ति को चाइनीज लैब से जोड़ना बिल्कुल गलत है और इस घातक महामारी का यूं राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.
'चीन ने ग्लोबल-साइंस आधारित ओरिजिन ट्रैकिंग का सपोर्ट किया'
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने इस थ्योरी पर विचार किया है कि कोविड के चाइनीज लैब से लीक होने की "बड़ी संभावना" है. माओ बोली, 'ऐसी रिपोर्ट्स को हम सिरे से खारिज करते हैं, जिसमें वायरस की उत्पत्ति किसी बायो लैबोरेटरी से जुड़ी बताई गई है. माओ ने कहा, "SARS-CoV-2 की उत्पत्ति की ट्रैकिंग साइंस से संबद्ध है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए." उन्होंने कहा कि चीन ने हमेशा ग्लोबल-साइंस आधारित ओरेजन ट्रैकिंग का सपोर्ट किया है और इस तरह के प्रोग्राम में भाग भी लिया है.
वुहान जांच करने गई थी WHO की टीम
गौरतलब हो कि लैब-लीक थ्योरी पर बढ़ते विवाद के बीच 2021 में वुहान का दौरा करने वाले विशेषज्ञों की WHO की एक टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि वुहान बायो लैब से वायरस लीक की संभावना "कम से कम" थी. वहीं, सोमवार (27 फरवरी) को अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट ने वायरस से जुड़ी फाइनल रिपोर्ट पेश की तो कहा गया कि वायरस के वुहान लैब से लीक होने की संभावना सबसे ज्यादा है.
यह भी पढ़ें: तुर्किए-सीरिया में तबाही का खौफनाक मंजर, उठा सवाल- भूकंप की भविष्यवाणी करना इतना कठिन क्यों है?