Covid-19 Treatment: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तीन दवाइयों का अंतरराष्ट्रीय ट्रायल शुरू करने का एलान किया है ताकि पता लगाया जा सके कि क्या उससे अस्पताल में भर्ती कोविड के मरीजों की स्थिति सुधरती है. Artesunate (आर्टसुनेट), Imatinib (इमैटिनिब) और Infliximab (इनफ्लिक्सिमैब) को 52 देशों के 600 से ज्यादा अस्पताल में वॉलेंटियर मरीजों पर टेस्ट किया जाएगा.
11 अगस्त को स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा، "कोविड-19 के मरीजों के लिए ज्यादा प्रभावी और सुलभ इलाज का पता लगाना वक्त की जरूरत है." आर्टसुनेट को गंभीर मलेरिया का इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इमैटिनिब कैंसर की खास किस्म को रोकने के काम आती है और इनफ्लिक्सिमैब से इम्यून सिस्टम के रोग जैसे जोड़ों के दर्द और क्रोन के मरीजों का इलाज किया जाता है.
'साझा परीक्षण' के तहत WHO का बड़ा एलान
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दर्जनों देशों में साझा समन्य से होनेवाली रिसर्च से ट्रायल को एक प्रोटोकॉल में रहते हुए कई इलाज तक पहुंच बनाई जा सकेगी, जबकि मरीजों पर हर दवा से पड़नेवाले प्रभाव का अनुमान भी लगाया जा सकेगा. अस्पताल में इलाजरत कोविड-19 के मरीजों में मौत का जोखिम कम करने की क्षमता को देखते हुए ट्रायल के लिए दवाइयों का चुनाव स्वतंत्र पैनल ने किया है. निर्माताओं ने दवाइयों को डोनेट किया और पहले ही ट्रायल का हिस्सा बननेवाले अस्पतालों में पहुंचा दिया गया है.
तीनों दवाइयों का कोविड-19 के मरीजों पर जांच संगठन की तरफ से कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी इलाज की तलाश अभियान के दूसरे चरण का हिस्सा है. इससे पहले 'साझा परीक्षण' के पहले चरण में 30 देशों के 500 अस्पतालों में 13 हजार मरीजों पर चार दवाइयों के असर का मूल्यांकन किया गया था. शुरुआती नतीजे अक्तूबर, 2020 में जारी हुए थे जिससे पता चला कि रेमडेसिविर, हाइड्रोक्सीक्लेरेक्वीन, लोपिनाविर और इंटरफेरॉन से अस्पतालों में इलाजरत कोविड-19 के मरीजों को फायदा नहीं पहुंचा.
कोविड के खिलाफ 3 दवाइयों का करेगा ट्रायल
पहले चरण के परीक्षण के नतीजे अगले महीने सितंबर में जारी किए जाने की संभावना है. संगठन के सलाहकार ग्रुप ने आर्टसुनेट की सूजन रोधी गुणों के कारण मूल्यांकन की सिफारिश की थी, जिसका इस्तेमाल 30 वर्षों से अधिक मलेरिया और दूसरे परजीवी रोगों के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा है और उसे बहुत सुरक्षित समझा जाता है. इमैटिनिब पर नीदरलैंड में मानव परीक्षण से पता चला था कि ये अस्पताल में इलाजरत कोविड के मरीजों को फायदा दे सकती है. उसी तरह, इनफ्लिक्सिमैब को सूजन की रोकथाम के लिए असरदार और सुरक्षित माना जाता है. कोविड-19 के मरीजों में सूजन की तीव्रता बढ़ने से पेचीदगियों का खतरा बढ़ता है.
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