रूस ने जानवरों के लिए कोविड-19 का टीकाकरण शुरू कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश के कई राज्यों में पशु चिकत्सा क्लीनिक्स पर Carnivak-Cov वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है. कोविड-19 की कार्निवाक-कोव वैक्सीन अनुमानित छह महीनों के लिए इम्यूनिटी देती है. वैक्सीन का पहले ही कुत्ते, बिल्ली, लोमड़ी, मिंक और अन्य जानवरों पर परीक्षण किया जा चुका है और प्रभावी साबित हुई थी.
रूस ने शुरू किया जानवरों के लिए कोविड-19 का टीकाकरण
क्लीनिक्स पर टीकाकरण के लिए पालकों, मवेशी मालिकों की तरफ से ज्यादा आवेदन आ रहे हैं. इस महीने के पहले रूस ने बड़े पैमाने पर कोविड-19 की वैक्सीन कार्निवाक-कोव के उत्पादन का एलान किया था. वैक्सीन के पहले 17,000 डोज को संघीय पशु स्वास्थ्य केंद्र, रोसेलखोजनादजोर की यूनिट में बनाया गया है. वैक्सीन का घरेलू स्तर पर बहुत मांग है और डोज के पहले खेप का वितरण देश के अंदर किया जाएगा. शिन्हुआ की रिपोर्ट में बताया गया है कि विदेशी कंपनियों ने भी उसमें दिलचस्पी दिखाई है. संघीय पशु स्वास्थ्य केंद्र की अभी उत्पादन की क्षमता प्रति महीने तीस लाख डोज है और भविष्य में क्षमता को बढ़ाकर पचास लाख डोज करने का है.
विदेश में Carnivak-Cov वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन की भी कवायद
रूस विदेश में वैक्सीन का जल्द रजिस्ट्रेशन के लिए भी बातचीत कर रहा है, विशेषकर यूरोपीय संघ में. पशु स्वास्थ्य केंद्र ने 31 मार्च को कार्निवाक-कोव वैक्सीन के देश में रजिस्ट्रेशन का एलान किया था. समाचार एजेंसी ने बताया कि दक्षिण कोरिया, जापान, यूरोपीय यूनियन, अर्जेंटीना समेत कई देशों ने कार्निवाक-कोव वैक्सीन में रुचि जाहिर की है. हालांकि, अब तक इसके सबूत नहीं मिले हैं कि जानवर इंसानों के बीच बीमारी को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. दुनिया भर में संक्रमण की पुष्टि कई प्रजातियों में हुई है. मिंक के लिए कोविड-19 की बीमारी गंभीर समस्या रही है. कई देशों ने फार्म वाले मिंक में संक्रमण के मामले दर्ज किए हैं, कुछ मामलों में गंभीर बीमार हो गए या मौत हो गई. पशुओं के लिए दवा बनानेवाली अमेरिकी कंपनी Zoetis भी जानवरों के लिए वैक्सीन बना रही है.
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