मॉडर्ना की वैक्सीन का फाइनल ट्रायल आज से होगा शुरू, अमेरिकी सरकार ने दिए 472 मिलियन डॉलर
अमेरिका में कोरोना की जिस पहली वैक्सीन का ट्रायल किया गया है वह वैज्ञानिकों की उम्मीद के मुताबिक लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. सरकार को उम्मीद है कि इसके परिणाम साल के अंत तक सामने आ जाएंगे.
वॉशिंगटन: दुनियाभर के करोड़ों लोग कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं. अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना वैक्सीन लाने के बेहद करीब है. मॉडर्ना की वैक्सीन का आज से फाइनल स्टेज का ट्रायल शुरू होने वाला है. वैक्सीन लाने में मदद के लिए अमेरिकी सरकार के बायोमेडिकल एडवांस्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (BARDA) से मॉडर्न कंपनी को अतिरिक्त 472 मिलियन डॉलर दिए हैं.
मॉडर्ना ने कहा, 'इस अतिरिक्त धनराशि से वैक्सीन डवलप करने में मदद मिलेगी, इसमें वैक्सीन के फाइनल स्टेज के ट्रायल का खर्चा भी शामिल है.' इससे पहले कंपनी को अप्रैल में अमेरिकी सरकार से 483 मिलियन डॉलर मिले थे. करीब 30 हजार लोगों पर यह पता लगाने के लिए शोध होगा कि यह वैक्सीन कोरोना वाायरस से बचाव में कितनी प्रभावशाली है
साल के अंत तक रिजल्ट आने की उम्मीद अमेरिका में कोरोना की जिस पहली वैक्सीन का ट्रायल किया गया है वह वैज्ञानिकों की उम्मीद के मुताबिक लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. सरकार को उम्मीद है कि इसके परिणाम साल के अंत तक सामने आ जाएंगे. इस वैक्सीन की एक महीने के अंतर पर दो खुराक दिया जाना जरूरी है. इसके कोई गंभीर दुष्परिणाम नहीं हैं.
टीका विशेषज्ञ और वांडेरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर से जुड़े डॉ विलियम शाफनर ने शुरुआती परिणामों को ‘एक अच्छा पहला कदम’ बताया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतिम परीक्षण ये जवाब देने में सक्षम होंगे कि यह वास्तव में सुरक्षित और कारगर है. दुनियाभर में कोविड-19 के करीब दो दर्जन टीकों पर विभिन्न चरणों में काम चल रहा है.
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