कोविड-19: रूसी की स्पूतनिक-V वैक्सीन 91.4 प्रतिशत प्रभावी, भारत में चल रही है इसको लेकर बातचीत
गमलाया रिसर्च सेंटर और रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आईडीआईएफ) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि पहली खुराक देने के 21 दिनों के बाद फाइनल कंट्रोल प्वाइंट डेटा का एनालिसिस करने के बाद उसका कैलकुलेशन किया गया है.
ऐसे वक्त में जब फाइजर को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अमेरिका समेत कई देशों ने मंजूरी दे दी है, रूसी वैक्सीन स्पूतनिक- V को लेकर यह अच्छी खबर सामने आई है. रूस का स्पूतनिक पांच टीका कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने में 91.4 फीसदी असरकारक है और कोरोना वायरस के गंभीर मामलों में इसने सौ फीसदी असर दिखाया है. यह जानकारी सोमवार को टीका निर्माताओं ने दी. गामलेया सेंटर और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने बयान जारी कर कहा, ‘‘स्पूतनिक पांच टीका 91.4 फीसदी असरकारी है और यह रिपोर्ट पहला डोज देने के 21 दिनों बाद प्राप्त डाटा के विश्लेषण पर आधारित है.’’
इसने बताया कि टीके ने कोरोना वायरस के गंभीर मामलों में सौ फीसदी असर दिखाया है. बयान में कहा गया कि तीसरे नियंत्रण बिंदु से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर गामलेया सेंटर एक रिपोर्ट तैयार करेगा जिसका इस्तेमाल विभिन्न देशों में स्पूतनिक पांच टीके का तेजी से पंजीकरण कराने में किया जाएगा.
Efficacy of the Sputnik V vaccine is 91.4%, based on the final control point analysis of data obtained 21 days after administering the first dose: Statement. #COVID19
— ANI (@ANI) December 14, 2020
रूसी संघ के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुरासको ने कहा, ‘‘गामलेया सेंटर टीके के असरकारक होने पर नया आंकड़ा काफी उत्साहजनक है। आज यह हर किसी को पता है कि पूरी दुनिया में व्यापक स्तर पर टीकाकरण के बाद ही महामारी का खात्मा संभव है.’’ उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में हर देश के लोगों के लिए स्पूतनिक पांच सहित प्रभावी एवं सुरक्षित टीके की बराबर पहुंच सुनिश्चित करना ही विदेशी नियामक संस्थाओं और अंतरराष्ट्रीय संगठनों का लक्ष्य होना चाहिए.
गामलेया सेंटर के निदेशक एलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने कहा, ‘‘तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण के दौरान स्पूतनिक पांच टीके के परिणाम ने उच्च प्रभावशीलता और स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह सुरक्षा के हमारे विश्वास का समर्थन किया है.’’ आरडीआईएफ के सीईओ किरील दमित्रीदेव ने कहा, ‘‘स्पूतनिक पांच टीके के क्लीनिकल परीक्षण के तीसरे एवं अंतिम नियंत्रण बिंदु के आंकड़ों के विश्लेषण से टीके की 90 फीसदी से अधिक प्रभावशीलता की पुष्टि हुई है.’’
उन्होंने कहा कि प्राप्त आंकड़ों के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी जिसका इस्तेमाल अन्य देशों में रूसी टीके का तेजी से पंजीकरण कराने की खातिर आवेदन सौंपने में किया जाएगा.
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