(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Covid-19 vaccine: बायोनटेक-फाइजर की वैक्सीन पर वैज्ञानिक का बड़ा दावा, कहा-खत्म करेगी महामारी
जल्द ही दुनिया से कोरोना वायरस महामारी का खात्मा किया जा सकेगाबायोनटेक-फाइजर की कोविड-19 वैक्सीन पर वैज्ञानिक का कहना है
Covid-19 vaccine: फाइजर और बायोनटेक की सफल कोविड-19 वैक्सीन के पीछे वैज्ञानिक का दावा है कि ये महामारी को खत्म कर देगी. जर्मन कंपनी के मुख्य कार्यकारी अरबपति उगर सहिन ने कहा, "अगर सवाल ये है कि क्या हम कोरोना वायरस महामारी को इस वैक्सीन से रोक सकते हैं, तो मेरा जवाब है, हां."
बायोनटेक-फाइजर की कोविड-19 वैक्सीन करेगी कमाल?
लेकिन दुनिया भर के वैज्ञानिक और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सचेत किया है कि वैक्सीन रामबाण साबित नहीं होगी क्योंकि अभी भी इसके सफल होने की गारंटी नहीं है. हालांकि, परीक्षण की शुरुआती खबर सुरंग के अंधेरे में रोशनी की तरह है. मगर अभी भी कई सवाल अनुत्तरित हैं.
सवाल ये है कि क्या ये वैक्सीन बुजुर्गों पर असर करेगी. माना जाता है कि परीक्षण में शामिल ज्यादातर वॉलेंटियर युवा और स्वस्थ थे. सहिन ने कहा कि अगले तीन सप्ताह में विस्तृत डेटा मुहैया होने की उम्मीद है. उन्होंने माना कि हो सकता है वैक्सीन बीमारी को रोकने में सक्षम हो लेकिन लोगों को कोरोना वायरस फैलाने और दूसरों को संक्रमित करने से रोकने में वैक्सीन का असर एक साल तक पता न चले.
अरबपति वैज्ञानिक ने बताया खत्म कर सकती है महामारी
बायोनटेक और फाइजर ने सोमवार को ऐलान किया कि उनकी संयुक्त रूप से विकसित वैक्सीन तीसरे चरण के मानव परीक्षण में असरदार साबित हुई है. वैक्सीन के लोगों को बीमार पड़ने से रोकने में 90 फीसद प्रभावी होने का पता चला. वैक्सीन की सुरक्षा के प्रति नियामक संस्थाओं के संतुष्ट होने का मतलब है कि क्रिसमस तक लोगों का वैक्सीनेशन शुरू किया जा सकता है. गार्जियन अखबार के साथ इंटरव्यू में सहिन ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि वैक्सीन कम से कम एक साल तक सुरक्षा प्रदान कर सकती है.
सहिन ने कहा, "अब हम जानते हैं कि वैक्सीन कोरोना वायरस को मात दे सकती हैं." उन्होंने आगे बताया कि नतीजे मुहैया होने से पहले उन्हें विश्वास नहीं था कि क्या ये इंसानी इम्यून सिस्टम के प्रति मजबूत प्रतिक्रिया करेगी. इम्यून सिस्टम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वैक्सीन कोविड-19 बीमारी को हमारे अन्य कोशिकाओं तक पहुंचने से रोकती है.
55 वर्षीय सहिन और उनकी 53 वर्षीय पत्नी को कोविड-19 वैक्सीन के लिए दुनिया की उम्मीद के पीछे 'सपने की टीम' के तौर पर स्वागत किया गया है. दंपति ने जर्मन कंपनी बायोनटेक की स्थापना 2018 में की थी. कंपनी ने मार्च में तेजी से कोविड-19 की वैक्सीन विकसित करने के लिए फाइजर के साथ करार किया था. जुलाई में तीसरे चरण का मानव परीक्षण 40 हजार से ज्यादा प्रतिभागियों पर शुरू किया गया.