Covid-19 US Report: अमेरिका में एक बार फिर कोरोना महामारी ने रफ्तार पकड़ ली है. पिछले दो सालों में देश के अंदर सबसे अधिक कोरोना मरीजों की पहचान हुई है. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के वेस्टवाटर डैशबोर्ड ने इसकी पुष्टि की है. सीडीसी ने बताया कि अमेरिका में इस समय कोरोना महामारी की बड़ी लहर चल रही है. इसका खुलासा लोगों के घरों से निकलने वाले सीवेज के पानी से हुआ है. सीवेज के पानी में पिछले दो साल की तुलना में सबसे अधिक वायरल एक्टिविटी देखी गई है. सीडीसी ने बताया कि 10 अगस्त को लिए गए सैंपल में वायरल एक्टिविटी 8.82 पर पहुंच गई है जो जुलाई 2022 में 9.56 से थोड़ा ही कम है. मौजूदा समय में कोरोना के स्तर का पता लगाने के लिए अमेरिका में सीवेज का पानी एकमात्र तरीका है. 


सीडीसी ने कहा कि कोविड का स्तर और भी बढ़ सकता है. मई महीने में कोविड़ बढ़ने के दौरान अमेरिका के अंदर वायरल एक्टिविटी 1.36 थी. सीडीसी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ जोनाथन योडर ने एक ईमेल में बताया कि, 'मौजूदा समय में कोविड-19 अपशिष्ट जल वायरल एक्टिविटी का स्तर देश स्तर पर बहुत अधिक है, इसमें पश्चिमी अमेरिकी क्षेत्र सबसे आगे है.' उन्होंने बताया कि बीते सालों की तुलना में इस बार कोरोना की लहर पहले आ रही है, जबकि बीते वर्षों में यह एक्टिविटी अगस्त के अंत या सितंबर में बढ़ती थी. 


अमेरिका में चार गुना बढ़ा कोरोना
सीडीसी ने बताया कि कोरोना से संक्रमित मरीजों और मरने के दर में भी लगातार वृद्धि हो रही है. फिलहाल, अभी तक यह चिंताजनक स्तर पर नहीं पहुंचा है. सीडीसी के मुताबिक, एक लाख की आबादी में जुलाई महीने तक 4 कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे थे. जबकि मई महीने में एक लाख की आबादी में सिर्फ एक मरीज अस्पताल में भर्ती होता था, यह आंकड़ा जुलाई तक चार गुना बढ़ गया है. दूसरी तरफ एक बड़ी आबादी ऐसी है, जो घर पर रहकर कोरोना का इलाज कर रही है. 


अमेरिका के वैज्ञानिक चिंतित
अमेरिका में कोरोना मरीजों की निगरानी रखने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग पहले की तरह जांच नहीं करता है. अमेरिका में अब दैनिक जांच की जगह सीवेज के पानी से कोरोना का पता लगाया जाता है. जांच में पता चला है कि अमेरिका में कोरोना के तीन वेरिएंट एक्टिव हैं. कोरोना के बदलते रूप की की वजह से लोगों के अंदर एंटी बॉडी नहीं बन पा रही है, जो चिंता का विषय है. इसपर अमेरिका के वैज्ञानिकों ने भी चिंता जाहिर की है. 


यह भी पढ़ेंः Bangladesh Violence: बांग्लादेशी एक्ट्रेस रोकेया प्राची पर जानलेवा हमला, बोलीं- हिंदुओं के लिए 1971 से बुरे दिन