(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अमेरिका में कोरोना वायरस से अबतक 67 हजार की मौत, 24 घंटे में 29 हजार नए केस सामने आए
दुनियाभर के कुल कोरोना मरीजों में से एक तिहाई सिर्फ अमेरिका से ही हैं. संक्रमण से दुनियाभर में एक चौथाई मौतें सिर्फ अमेरिका में ही हुई हैं.
Coronavirus: कोविड-19 ने सबसे ज्यादा कहर दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में दिखाया है. पूरी दुनिया के करीब एक तिहाई कोरोना मरीज अमेरिका में ही हैं. यहां 11 लाख 60 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में 29,744 नए मामले सामने आए हैं और 1,691 नए लोगों की मौत हुई है. इससे एक दिन पहले 36,007 नए केस आए थे. न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी, कैलिफॉर्निया में सबसे ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं.
अमेरिका में अबतक 67,444 लोगों की मौत
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या रविवार सुबह तक बढ़कर 11 लाख 60 हजार 774 हो गई. वहीं कुल 67,444 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि एक लाख 61 हजार लोग ठीक भी हुए हैं. अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 319,213 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 24,368 लोग मारे गए हैं. इसके बाद न्यू जर्सी में 123,717 कोरोना मरीजों में से 7,742 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
अपनी ही खुफिया एजेंसियों पर ट्रंप को नहीं भरोसा
दुनियाभर के वैज्ञानिक कोविड-19 के वायरस के स्रोत के बारे में जानने के लिए शोध करने में जुटे हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता है. इस बीच अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि उनके पास अब तक इस बात के कोई पुख्ता सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस प्राकृतिक रूप से सामने आया या इसे वुहान की लैब में तैयार किया गया है.
अमेरिका के नेशनल इंटेलीजेंस के डाइरेक्टर ऑफिस की ओर से नया बयान जारी किया गया है. अमेरिका की इतनी बड़ी एजेंसी द्वारा भी अब स्वीकार किया जा रहा है कि उनके पास वायरस के स्रोत को लेकर कोई सबूत मौजूद नहीं है. हालांकि इससे पहले अमेरिका की तमाम एजेंसियां चीन पर वायरस पैदा करने का आरोप लगा रही थी.
अमेरिकी खुफिया विभाग के दावे के बावजूद चुनावी माहौल में व्यस्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मानने को तैयार नहीं हैं. वे न केवल वैज्ञानिक तथ्यों को झुठला रहे हैं बल्कि उन्हें अपनी ही खुफिया एजेंसियों पर भरोसा नहीं है. उन्होंने गुरुवार को जोर देकर कहा कि उन्हें इस बात का पक्का यकीन है कि वायरस चीन के वूहान की प्रयोगशाला में ही तैयार किया गया था. लेकिन जब इस बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गयी तो उन्होंने कुछ नहीं बताया.
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