Cyber Attack On Iran Nuclear Energy Agency: हैकर्स दुनिया की बड़ी एजेंसियों को अपना निशाना बना रहे हैं. ईरान में जारी विरोध के बीच भी हैकिंग का एक मामला सामने आया है. यहां परमाणु ऊर्जा एजेंसी (Nuclear Energy Agency) ने आरोप लगाया है कि उसकी एक सहायक कंपनी का एक ईमेल सर्वर एक अज्ञात देश की ओर से काम करने वाले हैकर्स ने हैक कर लिया है. उनका आरोप है कि हैकर्स ने कंपनी के ईमेल सिस्टम को हैक कर लिया और कई सीक्रेट जानकारियों तक पहुंच गया.
बता दें, ईरान में पहले से ही हालात तनावपूर्ण हैं. यह तनाव 22 वर्षीय महिला महसा अमिनी की 16 सितंबर को हुई मौत के बाद शुरू हुआ था, जो अबतक बरकरार है. यहां लोग सड़कों पर हैं. विरोध करने वाले कई लोगों को जेल में डाला गया है. ऐसे में अब यह हैकिंग के मामले ने और चिंता बढ़ा दी है. बुशहर न्यूक्लियर पावर प्लांट के ईमेल सर्वर पर साइबर हमले की पुष्टि के बाद इसे लेकर जांच की जा रही है.
ईरान में जारी विरोध के बीच हैंकिंग
इस हैंकिंग की बड़ी बात यह है कि इसके ईरान में जारी विरोध से जुड़े होने की भी बात सामने आई है. क्योंकि हाल ही में ब्लैक रिवार्ड नामक एक ईरानी हैकिंग ग्रुप ने ट्विटर पर पोस्ट किया और घोषणा की कि उसने अमिनी की मौत पर ईरान में चल रहे विरोध के समर्थन में बुशहर संयंत्र में ईरान की परमाणु गतिविधियों से संबंधित जानकारी हैक की है. ईरान ने किसी और देश को इसका दोषी ठहराया है. पहले भी ईरान ने बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए अमेरिका और इजराइल पर साइबर हमले का आरोप लगाया था.
कैदियों को रिहा करने की मांग
एक अज्ञात हैकिंग समूह ने ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन पर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए तेहरान से हाल में देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों में गिरफ्तार राजनीतिक बंदियों को रिहा करने की मांग की. यह स्पष्ट नहीं है कि जिस सिस्टम को हैक किया गया उसमें सीक्रेट जानकारी थी या नहीं.
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