कीव: रूसी हमले के खतरे के बीच यूक्रेन के एक वरिष्ठ मंत्री ने बुधवार को कहा कि देश पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है. सरकार और विदेश मंत्रालय की मुख्य वेबसाइट ऑपन नहीं हो रही थीं. उप प्रधान मंत्री मायकेलो फेडोरोव (Mykailo Fyodorov ) ने कहा कि हमला दोपहर में शुरू हुआ और इसने कई बैंकों के साथ-साथ आधिकारिक वेबसाइटों को भी प्रभावित किया.
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक बुधवार को जब उसने यूक्रेन के मंत्रियों और विदेश मंत्रालय की आधिकारिक साइट खोलने की कोशिश की तो वो नहीं खुलीं. हालांकि यूक्रेन में अधिकांश मुख्य समाचार साइटें काम कर रही थीं, साथ ही बैंकों और मुख्य सार्वजनिक संस्थानों की भी.
फ्योडोरोव ने कहा कि फंक्शनिंग साइटें (Functioning Sites) "नुकसान को कम करने के लिए ट्रेफिक को एक अलग प्रोवाइडर पर स्विच करने" में कामयाब रहीं. बता दें कई मंत्रालयों और बैंकों की साइटें भी पिछले हफ्ते कुछ घंटों के लिए बंद हो गई थीं, अधिकारियों ने सुझाव दिया कि डिनाइल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) अटैक रूसी मूल का था.
रूस-यूक्रेन तनाव चरम पर
गौरतलब है कि सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) में रूस समर्थित अलगाववादी दो क्षेत्रों- ‘डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक’’ को एक “स्वतंत्र” देश के तौर पर मान्यता दे दी है. पुतिन ने सोमवार रात टेलीविज़न पर राष्ट्र को संबोधित किया था. पुतिन ने कहा कि रूसी सेनाएं पूर्वी यूरोप में दाखिल होंगी और वे अलगाववादी क्षेत्रों में शांति स्थापित करने की दिशा में काम करेंगी. राष्ट्रपति के शासनादेश के मुताबिक़ रूसी सेनाएं लुहान्स्क और दोनेत्स्क में शांति कायम करने का काम करेंगी. पुतिन के इस फैसले के बाद रूस-यूक्रेन तनाव चरम पर पहुंच गया है. रूस के इस फैसले के बाद कई देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है.
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