यूरोपियन रेगुलेटर ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज दुनिया में तेजी के साथ फैल रहे कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा देती है. ये उत्साहित करने वाला एसेसमेंट उस वक्त आया है जब इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी थी कि भारत में पहली बार देखा गया वैरिएंट यूरोप में मामलों की एक नई लहर को बढ़ावा दे सकता है.


यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी के वैक्सीन स्ट्रेटजी के हेड मार्को कवलेरी ने कहा कि एम्स्टर्डम स्थित निगरनी करने वाले "डेल्टा वेरिएंट के तेजी से प्रसार के कारण होने वाली चिंताओं से अवगत था."


उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इस वक्त यूरोपियन यूनियन की तरफ से जिन चार वैक्सीन को मंजूरी दी गई हैं वे यूरोप में डेल्टा वेरिएंट समेत कोरोना के सभी स्ट्रेन के खिलाफ सुरक्षा देती है. उन्होंने आगे कहा कि "वास्तविक दुनिया के साक्ष्य से उभरते आंकड़े दिखा रहे हैं कि टीकों की दोनों खुराक डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षात्मक हैं." गौरतलब है कि यूरोपियन यूनियन में जिन चार वैक्सीन को वर्तमान में इजाजत दी गई है वे हैं- फाइजर/बायोएनटेक, मॉडर्ना, एस्ट्रेजेनिका और जॉनसन एंड जॉनसन.  


डेल्टा को लेकर डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह


इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि एक अनुमान के मुताबिक कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले अब करीब 100 देशों में सामने आ चुके हैं, इसके साथ ही उसने आगाह किया कि आने वाले महीनों में यह बेहद संक्रामक स्वरूप पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का सबसे हावी स्वरूप बन जाएगा.


डब्ल्यूएचओ ने ‘‘कोविड-19 वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट’’ में अद्यतन आंकड़े साझा करते हुए कहा कि 29 जून 2021 तक ‘‘96 देशों में डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आए और संभव है कि वास्तविक आंकड़ें अधिक हों क्योंकि वायरस के स्वरूप पता लगाने के लिए जिनोम श्रंखला क्षमताएं भी सीमित हैं. इनमें से अनेक देशों ने कहा है कि डेल्टा स्वरूप के कारण उनके यहां संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है.’’


डेल्टा स्वरूप के अत्यधिक संक्रामक होने के मद्देनजर डब्ल्यूएचओ ने आगाह किया है कि इस स्वरूप के अन्य स्वरूपों के मुकाबले अधिक हावी होने और आगामी महीनों में सबसे अधिक प्रभावशाली स्वरूप बन जाने का अंदेशा है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए आज के समय में जो कदम उठाए जाते हैं वे डेल्टा समेत वायरस के अन्य चिंताजनक स्वरूपों के खिलाफ भी प्रभावी हैं.


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