Deadliest Month Of Pandemic: रूस के लिए सबसे घातक महीना रहा अक्टूबर, कोरोना से 75 हजार लोगों की मौत
Deadliest Month Of Pandemic: राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित रूसी अधिकारियों के बार-बार अनुरोध के बावजूद, केवल 40 प्रतिशत रूसियों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है.
Deadliest Month Of Pandemic: रूस की संघीय सांख्यिकी एजेंसी रोसस्टैट (Federal Statistics Agency Rosstat) ने शुक्रवार को कहा कि अक्टूबर महीना देश में कोरोना महामारी का सबसे घातक महीना रहा है. दरअसल रोसस्टैट के अनुसार इस वायरस ने अक्टूबर महीने में 75,000 लोगों की जान ले ली है.
एजेंसी ने बताया कि रूस द्वारा कोरोना से पहला मौत का मामला दर्ज किए जाने के बाद से अबतक कुल 520,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्राजील के बाद दुनिया में तीसरी सबसे खराब मृत्यु संख्या है. बता दें कि रोसस्टैट का यह आंकड़ा शुक्रवार देर रात जारी किया गया. हालांकि मॉस्को में अधिकारियों पर कोविड -19 महामारी और रोसस्टैट के आंकड़े के प्रभावों को कम करने का आरोप लगाया गया है. लोगों का मानना है कि इस आंकड़े को कम कर के दिखाया जा रहा है असल में इस वायरस से मरने वालों की संख्या काफी ज्यादा है.
सरकारी वेबसाइट से रोसस्टैट टैली काफी अधिक
वहीं महामारी पर नजर रखने वाली एक आधिकारिक सरकारी वेबसाइट की तुलना में रोसस्टैट टैली काफी अधिक थी, सरकारी वेबसाइट कहती है कि देश में कोरोना से मरने वाले लोंगो की कुल संख्या 278,857 है. यह आंकड़े केवल उन मरीजों के हैं जिनके शवों का टेस्ट करने के बाद उनके मौत का प्राथमिक कारण कोरोना वायरस पाया गया था. हालाँकि, रोसस्टैट ने वायरस से जुड़ी मौतों की व्यापक परिभाषा के तहत आंकड़े प्रकाशित किए हैं.
केवल 40 प्रतिशत लोगों का हो सका वैक्सीनेशन
वहीं वैक्सीनेशन की बात करें तो रूस में वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित रूसी अधिकारियों के बार-बार अनुरोध के बावजूद, केवल 40 प्रतिशत रूसियों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है. टीकाकरण करवाने के लिए सरकार की कोशिश दिखा रहा है कि रूसी आबादी का एक बड़ा वर्ग टीकाकरण करवाने के लिए तैयार नहीं है.
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