इस्लामाबाद: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में और देश के उत्तर-पूर्वी हिस्सों के कई शहरों में मंगलवार को आए भूकंप में मृतकों की संख्या बुधवार को बढ़ कर 37 हो गई. वहीं, इस आपदा में 450 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से लगभग 100 की हालत नाजुक है. भूकंप से पंजाब और खैबर-पख्तूनख्वा प्रांतों के कई शहर दहल गये थे. अधिकारियों ने कई ध्वस्त इमारतों के मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान तेज कर दिया है.
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार 5.8 की तीव्रता वाले भूकंप का केन्द्र पीओके में मीरपुर के निकट स्थित था. मंगलवार की शाम में आए भूकंप में पीओके भूकंप से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने मीरपुर डिविजनल कमिश्नर मुहम्मद तैयब के हवाले से बताया है कि भूकंप में 37 लोगों की मौतें हुई हैं. खबर के मुताबिक भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित हुए मीरपुर में 24 मौतें हुई. जतलान में नौ लोगों की मौत हुई जबकि झेलम में एक शख्स की मौत हुई.
खबर में पीओके के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के सचिव शाहिद मोहिद्दीन के हवाले से कहा गया है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करीब 100 लोगों की हालत नाजुक है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अफजल ने इस्लामाबाद में एक बैठक में बताया कि 200 टेंट, 800 कंबल, रसोई के सामान के 200 सेट और 100 ‘मेडिकल किट’ सहित राहत सामान से लदे ट्रक जल्द ही भूकंप प्रभावित लोगों तक पहुंचेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘ एनडीएमए दवाइयां, खाद्य सामग्री और टेंट भूकंप पीड़ितों को मुहैया करा रहा है.’’ अफजल ने कहा कि 452 लोग घायल हुए हैं. 450 मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
गौरतलब है कि अक्टूबर 2015 में पाकिस्तान और अफगानिस्तान में 7.8 की तीव्रता का भीषण भूकंप आया था, जिसमें करीब 400 लोग मारे गये थे. वहीं, आठ अक्टूबर 2005 को पाकिस्तान में आए 7.6 की तीव्रता के भूकंप में पीओके और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में करीब 90,000 लोगों की मौत हुई थी. प्रधानमंत्री की विशेष सहायक फिरदौस अवान ने बताया कि सरकार मृतकों और घायलों के परिवारों को मुआवजा देने के साथ ही क्षतिग्रस्त मकानों के पुन: निर्माण में भी मदद करेगी.
कोहाट, चारसद्दा, कसूर, फैसलाबाद, गुजरात, सियालकोट, ऐबटाबाद, मनसेहरा, चित्राल, मलाकंद, मुल्तान, ओकारा, नौशेरा, अटक और झंग सहित कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किये गये थे.
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में हिस्सा लेने न्यूयार्क गये प्रधानमंत्री इमरान खान ने भूकंप में लोगों की मौत होने पर दुख प्रकट किया. उन्होंने सभी संबंधित विभागों को भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया. राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी शोक प्रकट किया.
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने सेना को पीओके में नागरिक प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए भूकंप पीड़ितों के लिए ‘‘तुरन्त बचाव अभियान चलाने’’ के निर्देश दिये हैं. सेना की मीडिया इकाई ने ट्वीट किया कि सेना के जवानों को चिकित्सा सहायता दलों के साथ भेजा गया है.