अमेरिका: रविवार को दुनिया में 'डेथ वैली' का तापमान सबसे ज्यादा दर्ज किया गया है. माना जाता है कि एक सदी में धरती के किसी भी हिस्से पर अब तक इससे ज्यादा तापमान नहीं रहा. कैलोफोर्निया की डेथ वैली का तापमान 54. 4 डिग्री सेंटीग्रेट रिकॉर्ड किया गया. इससे पहले भी डेथ वैली का 2013 में उच्च तापमान 54 डिग्री दर्ज किया जा चुका है.


दुनिया में 'डेथ वैली' का सबसे ज्यादा तापमान रिकॉर्ड


गर्मी की लहर ने फिलहाल दक्षिण पश्चिम में स्थित एरिजोना प्रांत से लेकर उत्तर पश्चिम के इलाके वाशिंगटन तक को अपनी चपेट में ले लिया है. राष्ट्रीय मौसम सेवा (NWS) ने भयंकर गर्मी को देखते हुए लोगों को बाहर निकलने के समय को सीमित करने की सलाह दी है. NWS के लास बेगास ब्यूरो में तैनात डैनियल बर्क ने बताया कि इतने तापमान का मतलब है जैसे आप किसी ओवन में हों. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी इस तापमान की औपचारिक समीक्षा होना बाकी है. मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि भयंकर गर्मी की लहर कम से कम दस दिनों तक जारी रहेगी.


जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी में हो रही वृद्धि


1931 में ट्यूनीशिया का तापमान 55 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया था. लेकिन मौसम वैज्ञानिक क्रिस्टोफर ब्रट रिकॉर्ड पर सवाल उठाते हैं. उनका कहना है कि मापन यंत्र में गड़बड़ी के चलते तापमान के रिकॉर्ड में अंतर पाया गया. आपको बता दें कि जलवायु परिवर्तन ने वैश्विक तापमान को नई ऊंचाई तक पहुंचा दिया है. बढ़ते औद्योगिकरण के कारण दुनिया भर में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन हो रहा है. ग्रीन हाउस गैसों में कार्बन डाईऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, सल्फर हेक्साफ्लोराइड, नाइट्रोजन ट्राइफ्लोराइड पृथ्वी के लिए बेहद खतरनाक हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि मनुष्यों और जीवों की जिंदगी को खतरे से बचाने के लिए उत्सर्जन के स्तर में कमी लाना जरूरी है.


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