Titanic ship 3D scan: दुनिया में पहली बार टाइटैनिक की फुल 3D मैपिंग, सुलझ सकते हैं कई अनसुलझे रहस्य
Titanic: टाइटैनिक के मलबे को स्कैन करने के लिए सबमर्सिबल का इस्तेमाल किया. डेटा के रूप में 15 हजार फोटो हासिल की, जो पहले कभी भी किए गए किसी भी पानी के नीचे के 3डी मॉडल से 10 गुना बड़ा है.
World First Titanic ship 3D scan: दुनिया में कई बड़े जहाज समुद्र में डूब चुके है. बात जब टाइटैनिक (Titanic) जहाज की होती है तो लोगों में जानने की उत्सुकता ज्यादा बढ़ जाती है. टाइटैनिक जहाज 14 अप्रैल 1912 की रात को अटलांटिक महासागर में डूब गया था. हाल ही में समुद्री शोधकर्ताओं की एक टीम ने पहली बार टाइटैनिक का डिजिटल स्कैन पूरा किया.
समुद्री शोधकर्ताओं टाइटैनिक का डिजिटल स्कैन पूरा करने के लिए पूरे 6 हफ्ते का समय लिया. इस दौरान उन्होंने जहाज से जुड़े कुछ खास जानकारियां भी साझा की. इस बात की जानकारी देते हुए डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली कंपनी ने गुरुवार (18 मई) को कहा कि समुद्री शोधकर्ताओं की एक टीम ने जहाज के आसपास के मलबे के क्षेत्र की 3डी मैपिंग की
शोधकर्ताओं ने 15 हजार फोटो जमा किए
शोधकर्ताओं ने मलबे और उसके चारों ओर 3-मील के दायरे को स्कैन करने के लिए दो लंबी दूरी से चलने वाली सबमर्सिबल का इस्तेमाल किया. इस दौरान उन्होंने जहाज पर यात्रियों के कुछ निजी सामान भी पाए, जैसे जूते और घड़ियां. शोधकर्ताओं ने डेटा के रूप में 15 हजार फोटो हासिल की, जो पहले कभी भी किए गए किसी भी पानी के नीचे के 3डी मॉडल से 10 गुना बड़ा है.
जैसा कि समुद्र के अंदर खोज करने वाली फर्म कंपनी मैगलन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड पार्किंसन ने दावा किया है. डॉक्यूमेंट्री निर्माता अटलांटिक प्रोडक्शंस के प्रमुख एंथनी गेफेन का कहना है कि नई फोटो क्वालिटी के मामले में बहुत बेहतर हैं क्योंकि टाइटैनिक की पिछली फोटो अक्सर कम रोशनी में ली गई थी. 3D मैपिंग करने वाली टीम ने बताया कि इसे कई तरह की और जानकारियां हमें मिल सकती है.
फोटोरियलिस्टिक 3डी मॉडल
इस नई तरह की फोटोरियलिस्टिक 3डी मॉडल में बो और स्टर्न सेक्शन दोनों अच्छी तरह से कैप्चर किए गए हैं. सब कुछ साफ-साफ दिख रहा है, जिसमें प्रोपेलर पर सीरियल नंबर भी बेहद ही साफतौर पर दिख रहा है.
यह पूरी तरह से एक डिजिटल कॉपी है. एंथनी गेफेन ने कहा कि ये हर तरह से टाइटैनिक का एक जुड़वा लगता है. उन्होंने कहा कि हालांकि डॉक्यूमेंट्री में ऐतिहासिक जहाज के अधिकांश पहलुओं को कवर किया, जैसा कि हम अब तक जानते हैं कि ये कब डूबा, इसमें कितने लोग थे.
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