Middle East News: हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद मिडिल ईस्ट में एक बार फिर से तनाव बढ़ सकता है. इसी को लेकर अमेरिका ने एक बड़ा फैसला किया है. अमेरिका मिडिल ईस्ट में  अतिरिक्त लड़ाकू विमान और नौसेना के युद्धपोत तैनात  करेगा. इसको लेकर अमेरिका ने कहा कि उन्होंने ईरान और उसके सहयोगी हमास और हिजबुल्लाह से खतरों को देखते हुए यह निर्णय किया है. ए हमला कर सकता है.


मध्य पूर्व और यूरोप में अतिरिक्त नौसेना क्रूजर और डिस्ट्रॉयर भेजने की मंजूरी अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने  दी है. ये बैलिस्टिक मिसाइलों को मारकर गिरा सकते हैं. इसके अलावा अमेरिका में लड़ाकू विमानों का एक अतिरिक्त स्क्वाड्रन भी यहां तैनात कर रहा है. 


अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने जारी किया बयान 


इसको लेकर पेंटागन ने बयान जारी करते हुए कहा,'अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिकी सेना की सुरक्षा में सुधार करने, इजरायल की सुरक्षा के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि अमेरिका किसी भी हालात का सामना करने के लिए तैयार है, अमेरिकी सैन्य मुद्रा में समायोजन का आदेश जारी किया है. 


पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि अमेरिका 'यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप' की जगह किसी और की तैनाती करेगा. लेकिन अमेरिका ने इन अटकलों पर भी विराम लगा दिया है. ऑस्टिन ने 'यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप' की जगह 'यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप' को तैनात करने का निर्णय लिया है. इसको लेकर पेंटागन ने कहा कि इससे लैंड बेस्ड बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम और ज्यादा मजबूत होगा.


इस वजह से मिडिल ईस्ट में बढ़ा तनाव 


ईरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को सजा देने की कसम खाई है. दरअसल,  इस्माइल हानिया  ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए थे. इस दौरान उनकी मुलाकात ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई से हुई थी. हमास ने जानकारी देते हुए बताया था कि बुधवार को  तेहरान स्थित हानिया के घर को उड़ा दिया गया, जिसमे उनकी उम्मीद हो गई है. हमास इसका जिम्मेदार इजरायल को बताया है.