डेनमार्क की सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए 10 लाख नेवले मारने का फैसला किया है. सरकार ने देश भर के फार्म मालिकों को इस सिलसिले में आदेश दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये फैसला जानवरों में कोविड-19 प्रकोप के खुलासे के बाद लिया गया.


डेनमार्क में क्यों मार दिए जाएंगे 10 लाख नेवले?


अमेरिका के कृषि विभाग ने डेनमार्क के उत्तरी जूटलैंड में नेवले के एक फार्म से कोविड-19 संक्रमण के संबंध की जानकारी दी थी. उसने अपनी रिपोर्ट में बताया कि नेवले के फार्म में काम करनेवाले शख्स में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. रिपोर्ट सामने आने के बाद डेनमार्क की सरकार ने नेवले के फार्म से सैंपल इकट्ठा करना शुरू किया.


इस दौरान 34 नेवलों के सैंपल की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई. उसके बाद सरकार ने नेवले फार्म में कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रतिबंध और उपाय लागू किया. मगर अक्टूबर की शुरुआत तक संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि देखी गई.


नेवले में कोरोना संक्रमण के खुलासे के बाद फैसला


सिर्फ उत्तरी जूटलैंड के करीब 60 नेवलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आए. जबकि संक्रमण की आशंका के मद्देनजर 46 अन्य नेवले को निगरानी में रखा गया है. खाद्य, कृषि और मत्स्य मंत्री ने कहा, "हम बराबर संक्रमण के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए पहल कर रहे हैं. लेकिन वर्तमान में उत्तरी जूडलैंड के नेवलों में संक्रमण की लगातार वृद्धि को देखकर कहा जा सकता है कि रोकथाम के उपाय पर्याप्त साबित नहीं हो रहे."


10 लाख नेवलों के मारे जाने की खबर के बाद नाराज लोगों ने सोशल मीडिया पर सरकार की आलोचना शुरू कर दी है. हालांकि, स्थानीय लोगों ने सरकार के कदम का समर्थन किया है. फैसले के समर्थन में आए लोगों का कहना है कि मुश्किल हालात में पहले इंसानी स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि अभी इसका कोई वैकल्पिक हल भी नहीं है.


हैदराबाद बारिश से परेशान नम्रता शिरोडकर ने शेयर की तस्वीरें और वीडियो, बोलीं- ये क्या हाल हो गया


IPL 2020: प्वाइंट्स टेबल में दिल्ली फिर से बनी बादशाह, पर्पल कैप पर रबाडा का कब्जा और मजबूत हुआ