कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे योद्धाओं के लिए एक बड़ी सौगात आई है. वैज्ञानिकों ने संक्रमण से बचाव का सफल उपाय खोज निकाला है. डेनमार्क में वैज्ञानिकों ने कोविड-19 टेस्ट के लिए अनोखा रोबोट तैयार किया है. इसके इस्तेमाल से स्वास्थ्य कर्मियों को वायरस संक्रमण की आशंका कम हो जाएगी.
कोरोना टेस्ट के लिए रोबोट तैयार
दावा किया जा रहा है कि ये रोबोट दुनिया का पहला पूरी तरह ऑटेमेटिक मशीन है. इसको साउदर्न डेनमार्क यूनिवर्सिटी में इंडस्ट्री 4.0 लैब ने डिजायन किया था. रोबोट डिस्पोजल टूल के जरिए मरीज के गले से स्वैब लेती है. फिर उसके बाद स्वैब को ग्लास के बोटल में रखकर बंद कर देती है. यूनिवर्सिटी की प्रेस रिलीज के मुताबिक, कोविड-19 के टेस्ट में रोबोट के इस्तेमाल से स्वास्थ्य कर्मियों को बड़ी मदद मिलेगी. उन्हें कोरोना संक्रमित शख्स के संपर्क में आए बिना ही जांच के लिए सैंपल मिल जाएगा. स्वैब टेस्ट के लिए नाक या गले के अंदर एक लंबा सा ईयरबड जैसा स्वैब डाल कर सैंपल लिया जाता है. जिससे सैंपल लेने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने का खतरा बना रहता है. मगर रोबोट के इस्तेमाल से संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा.
दुनिया का पहला ऑटेमेटिक रोबोट
रोबोट की सबसे बड़ी खासियत है इसके इस्तेमाल में होनेवाली 3डी प्रिंटर तकनीक.मशीन को तैयार करनेवाले लैब का कहना है कि डेनमार्क के स्टार्टअप लाइफलाइन रोबोटिक्स के साथ मिलकर उसकी तैयारी जारी है. उम्मीद है कि जून के अंत तक रोबोट मरीजों की टेस्टिंग करना शुरू कर देगा. उसके बाद बिक्री के लिए मशीनों को पेश किया जाएगा. वर्तमान में रोबोट का निर्माण अभी शुरुआती चरण में है. मगर इसका एक मॉडल इस्तेमाल के लिए बनाया जा रहा है. ये अकेले ही सीधे तौर पर कोरोना संक्रमण का टेस्ट करने में सक्षण होगा. हालांकि इससे पहले सिंगापुर में वैज्ञानिक डिसइंफेकटिंग रोबोट तैयार कर चुके हैं.
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