Dev Raturi: वेटर बनकर भारत से चीन गए थे देव रतूड़ी, आज बन गए हैं चीनी फिल्म जगत के दिग्गज स्टार
An Indian Film Star In China: एक वेटर के तौर पर नौकरी करने चीन गए देव रतूड़ी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. आज देव चीनी फिल्मी जगत में अलग मुकाम हासिल कर चुके हैं.
Dev Raturi: भारत के रहने वाले देव रतूड़ी चीन की फिल्मी दुनिया में अपने नाम का परचम लहरा रहे हैं. एक वेटर के तौर पर काम करने चाइना पहुंचे देव अब तक 20 से ज्यादा चीनी फिल्मों, टीवी और वेब सीरीज में अहम किरदार निभा चुके हैं. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, देव भारत में उत्तराखंड के रहने वाले हैं. वे एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं.
46 वर्षीय देव रतूड़ी मशहूर दिवंगत एक्टर और मार्शल कलाकार ब्रूस ली के बड़े फैन हैं. हालांकि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें कभी चीन की फिल्मी दुनिया में काम करने का मौका मिलेगा. आज आलम यह है कि देव चीन के उभरते सितारे बन चुके हैं. उन्हें कई फिल्मों और वेब सीरीज में काम करने के ऑफर मिले हैं.
चीन में स्टार बन गए देव
इतना ही नहीं, देव रतूड़ी ने कभी नहीं सोचा कि भारत में असफल होने के बाद वह कभी इस कदर मुकाम हासिल कर लेंगे कि उनके बारे में बच्चों को पढ़ाया जाने लगेगा. चीन में इतने वे सफल और प्रसिद्ध हो जाएंगे कि स्कूल की पाठ्यपुस्तकों में उनका उल्लेख होने लगेगा लेकिन यह सच है, मौजूदा समय में देव की कहानी कुछ पाठ्यक्रमों में एक प्रेरणादायक कहानी के रूप में शामिल किया गया है.
बच्चों को पढ़ाई जा रही है इनकी कहानी
एक रेस्तरां में वेटर के रूप में काम करने के लिए चीन पहुंचने के अठारह साल बाद आज उनके बारे में बच्चों को पठाया जा रहा है. दरअसल, शांक्सी प्रांत के शीआन शहर के स्कूलों में कक्षा 7 के छात्रों को देव रतूड़ी की कहानी पढ़ाई जा रही है. चीनी फिल्म जगत में बड़ी उपलब्धि हासिल करने वाले देव का जन्म उत्तराखंड के टेहरी गढ़वाल जिले के केमरिया सौर गांव एक किसान परिवार में हुआ था. चीन जाने से पहले देव ने भारत में भी कई ऑडिशन दिए लेकिन उन्हें हर बार निराशा हाथ लगी. जिसके बाद भारत में मार्शल आर्ट सीखने के बाद देव चीन निकल गए.
वेटर के तौर पर किया था काम शुरू
2005 में उन्होंने बीजिंग के एक रेस्टोरेंट में वेटर का काम किया. अपने एक इंटरव्यू में देव ने बताया कि 10,000 रुपये के मासिक वेतन पर रेस्तरां में वेटर के रूप में काम करते हुए, मैंने मंदारिन भाषा सीखा. मार्शल आर्ट में प्रशिक्षित होने के कारण मुझे खुद से बहुत उम्मीदें थी. लेकिन मेरी उम्मीदें तब टूट गईं, जब वहां के स्थानीय लोगों ने मुझसे कहा कि आगे के प्रशिक्षण के लिए मुझे शाओलिन मंदिर जाना होगा, जो एक प्रसिद्ध मठ संस्थान है, जिसे मैं वहन नहीं कर सकता था.
अपने इंटरव्यू में देव ने आगे बताया कि 'मेरे पास डटे रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. मैंने अगले सात वर्षों तक कड़ी मेहनत की और क जर्मन रेस्टोरेंट का मैनेजर बन गया. धीरे-धीरे मैंने प्रोफेशल गुर सीखे और 2010 में एक हॉस्पिटैलिटी चेन का एरिया डायरेक्टर बन गया.
चीनी सिनेमा की वजह से मिली पहचान
आगे चल कर साल 2013 में देव ने रेड फोर्ट नाम से खुद का रेस्टोरेंट खोल लिया. इसके बाद देव को आखिरकार पहला ब्रेक मिला, जब उन्हें 'स्वात' फिल्म में छोटा सा किरदार निभाने का मौका मिला. इस फिल्म में अभिनय करने के बाद देव ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. रतूड़ी आज चीन में आठ रेस्तरां के मालिक हैं. वह खुद मानते हैं कि चीनी सिनेमा ने उन्हें लोकप्रिय चेहरा बनने में मदद की.
ये भी पढ़ें: Singapore Death Penalty: सिंगापुर में 20 साल बाद किसी महिला को दी जाएगी फांसी, जानें उसका जुर्म