Covid-19 Moon Temperature: कोरोना महामारी ने दुनिया में जो तबाही मचाई थी, उसे कई दशकों तक याद रखा जाएगा. कोविड-19 के कारण पूरी दुनिया में लॉकडाउन लगाया गया था. इस महामारी ने दुनिया भर के लाखों लोगों की मौत हुई थी. अब एक बार फिर कोरोना महामारी सुर्खियों में हैं क्योंकि एक स्टडी में यह दावा किया गया है कि कोविड-19 महामारी ने न केवल पृथ्वी, बल्कि चांद को भी प्रभावित किया.
लॉकडाउन के कारण ठंडा हो गया चांद- स्टडी का दावा
स्टडी में दावा किया गया कि साल 2020 में जब पूरी दुनिया में लॉकडाउन लगा था, तब चांद का तापमान गिर गया था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक 2024 के अध्ययन में यह दावा किया गया था, जिसके बाद वैज्ञानिकों ने फिर से दोबारा स्टडी करने पर विचार किया है, ताकि यह समझा जा सके कि धरती में मानवीय गतिविधियों में अचानक आई रुकावट के कारण अप्रैल और मई 2020 में चांद ठंडा हो गया था.
मिसौरी यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टइंडीज के वैज्ञानिकों ने पाया कि लॉकडाउन के समय चांद की सतह का तापमान वास्तव में कम हुआ था. हालांकि साल 2018 में भी चांद पर तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी. शोधकर्ताओं की मानें तो चांद पर के तापमान में बदलाव 2019 में ही शुरू हो गया था. उन्होंने कहा कि ऐसा कोरोना महामारी के कारण नहीं हुआ.
'कोरोना की वजह से नहीं गिरा चांद का तापमान'
पिछले साल के स्टडी में वैज्ञानिकों ने नासा के डिवाइनर लूनर रेडियोमीटर एक्सपेरिमेंट के डेटा का इस्तेमाल कर साल 2017 से 2023 तक चांद के सतह के तापमान का विश्लेषण किया था, जिसमें पाया गया कि 2020 के लॉकडाउन के दौरान तापमान में गिरावट आई थी. रिपोर्ट के मुताबिक मिसौरी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. विलियम शॉनबर्ग ने के अनुसार इंसानी गतिविधियों में अचानक आई कमी के कारण चांद ठंडा हो गया, ये कहना सही नहीं होगा. उन्होंने कहा कि धरती से निकलने वाली गर्मी और रेडिएशन चांद के तापमान को थोड़ा बहुत प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन यह प्रभाव इतना कम होगा कि इसे मापना काफी मुश्किल होगा.
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