लंदनः ब्रिटेन की आंतरिक खुफिया और सुरक्षा एजेंसी एमआई-5 मैनचेस्टर एरिना धमाकों की जांच को फिर से शुरू करने को लेकर गंभीर नहीं रही. सार्वजनिक जांच में देखने को मिला है कि एजेंसी आतंकवादी सलमान अबेदी के बारे में जांच उस तरह से नहीं कर सकी, जैसे की जानी चाहिए थी, जबकि उसे इस बात का भी पता था कि उसने सजायाफ्ता आतंकी से मिलने के लिए जेल का दौरा किया था.


जांच इस बात की करने की खास आवश्यकता है कि अबेदी का 22 मई 2017 को किया गया हमला, जिसमें 22 लोग मारे गए थे सैकड़ों घायल हुए थे, क्या उसे रोका जा सकता था. सार्वजनिक जांच के तीसरे दिन बुधवार को पता चला कि अबेदी के कट्टरपंथी होने के संकेत कई साल पहले से दिखने लगे थे.


एमआई-5 को 2010 में ही अबीदी के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई थी. हालांकि, अबेदी के आईएसआईएस समर्थकों के साथ संपर्क होने के बारे में जानने के बावजूद एजेंसी को नहीं लगा कि उक्त आतंकवादी से किसी तरह का कोई सुरक्षा खतरा पैदा हो सकता है.


जांच के परामर्शदाता पॉल ग्रीनी क्यू. सी. ने कहा कि वह विचार करेंगे कि क्या एमआई-5 के लिए जुलाई 2014 में अबेदी खिलाफ चल रही एक सक्रिय जांच को बंद करना उचित था. इसके साथ ही पॉल ने कहा कि इसके बारे में भी विचार किया जाएगा कि क्या एजेंसी को नई खुफिया जानकारी मिलने के बाद भी उसने फिर से जांच शुरू क्यों नहीं की.


पॉल ने कहा कि एमआई-5 को यह जानकारी थी कि अबेदी ने एक से अधिक अवसरों पर जेल में एक आतंकी अपराधी से मिलने के लिए वहां का दौरा किया था, लेकिन एमआई-5 ने इस लिहाज से फिर से जांच शुरू करने के बारे में विचार नहीं किया.


उन्होंने अब्दालराउफ अब्दुल्ला के साथ लिंक पूछताछ के लिए महत्वपूर्ण कड़ी बताया. पॉल ने कहा कि अबेदी और अब्दुल्ला 2014 के बाद से नियमित तौर पर टेलीफोन के माध्यम से संपर्क में थे और उन्होंने शहादत के बारे में बातचीत की थी. अब्दुल्ला, जो अभी भी अपनी सजा काट रहा है, उसने सार्वजनिक पूछताछ से सवालों के जवाब देने से इनकार कर दिया है.


उल्लेखनीय है कि 22 मई 2017 को मैनचेस्टर शहर में एक पॉप कंसर्ट के बाद हुए जबरदस्त धमाके में 22 लोगों की मौत हो गई थी. यह हमला अबेदी द्वारा अंजाम दिया गया था. मारे गए लोगों में कई बच्चे भी शामिल थे. अमरीकी पॉपस्टार अरियाना ग्रांडे के कंसर्ट के बाद यह धमाका हुआ था. आईएसआईएस ने अबेदी को उनके एक सैनिक के तौर पर बताया है.


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