Hindu students in UK Schools: पाकिस्‍तान में एक हिंदू सांसद ने कुछ दिनों पहले खुद की प्रताड़ना के किस्से पाकिस्‍तानी संसद में सुनाए थे, कि मुस्लिम नेता उन पर इस्‍लाम कुबूल करने का दबाव बनाते हैं. इसी तरह ब्रिटेन (Great Britain) में भी कुछ हिंदू छात्रों को प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है. उन्‍हें कहा जाता है कि वे लंदन में ही मुसलमान बन जाएं. मुस्लिम छात्रों के समूहों द्वारा उनके लिए 'काफिर' जैसे शब्दों का इस्‍तेमाल भी किया जाता है. यह सच्‍चाई लंदन स्थित एक थिंक टैंक ने उजागर की है.


द टेलीग्राफ ने हेनरी जैक्सन सोसाइटी की एक स्‍टडी के हवाले से बताया कि अंग्रेजों के देश ब्रिटेन में हिंदू छात्र कक्षाओं में डराने-धमकाने और नस्ली भेदभाव का शिकार होते हैं और मुस्लिम छात्र उन्हें अपने जीवन को आसान बनाने के लिए अपना मजहब बदलने के लिए कहते हैं.


हेनरी जैक्सन सोसाइटी के सर्वे शामिल लगभग आधे हिंदू माता-पिता ने यह माना कि उनके बच्चे ने स्कूलों में हिंदू-विरोधी नफरत का अनुभव किया है, जबकि सर्वे में शामिल 1 प्रतिशत से भी कम स्कूलों ने पिछले 5 वर्षों में हिंदू-विरोधी घटनाओं की सूचना दी है.








हिंदू छात्र-छात्राओं को किया जाता है प्रताड़ित


ब्रि‍टेन में सर्वे में हिस्‍सा लेने वाले देश भर के 988 हिंदू माता-पिता और 1,000 से अधिक स्कूलों से ये पता चला है कि इस्‍लामिक समूहों द्वारा हिंदुओं के प्रति अपमानजनक टिप्‍पणियां की जाती हैं. जैसे- उनके शाकाहार का मखौल उड़ाना और उनके देवी-देवताओं का अपमान करना.


पिछले दिनों लीसेस्टर में हिंदू समुदाय के खिलाफ रैली कर रहे इस्लामी चरमपंथियों ने अपमानजनक पोस्‍टर भी तैयार किए थे. स्‍टडी के मुताबिक, ब्रिटेन में एक हिंदू छात्रा पर गोमांस भी फेंका गया था और एक छात्र को धमकियां मिलने के कारण 3 बार ईस्‍ट लंदन के स्कूलों को बदलना पड़ा था.


'मुसलमान बन जाएगा तो जिंदगीभर मौज करेगा'


ब्रिटेन के स्‍कूलों से संबंधित हिंदू छात्रों पर हमले होने के भी 8 मामले सामने आए हैं. इनमें एक मामला एक बच्चे के उत्पीड़न का है, जिसे कहा गया कि यदि मुसलमान बन जाएगा तो जिंदगीभर मौज करेगा, और दूसरे से कहा गया, "तुम ज्‍यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाओगे, यदि जन्नत में जाना चाहते हैं, तो इस्‍लाम कुबूल कर लो". इसी तरह शाकाहारी हिंदू छात्रा पर भी कुछ अभद्र टिप्‍पणियां की गईं. 




15% माता-पिता ने माना- इन घटनाओं को स्कूल गंभीर से लेते हैं


द टेलिग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, एक अन्य माता-पिता ने कहा कि उनके बच्चों को एक इस्लामिक उपदेशक के वीडियो देखने और मजहब बदलने के लिए कहा गया, उन्‍हें ये भी कहा गया कि हिंदू धर्म का कोई मतलब नहीं है. इस्‍लाम बेस्‍ट रिलीजन है. 


सर्वे में शामिल केवल 15% माता-पिता का मानना था कि स्कूल हिंदू-विरोधी घटनाओं को गंभीरता से लेते हैं, वरना ज्‍यादातर स्‍कूल उन पर ध्‍यान नहीं देते. द टेलीग्राफ ने मिल्टन कीन्स के कंजर्वेटिव एमपी बेन एवरिट के हवाले से छापा कि सर्वे के नतीजे ठेस पहुंचाने वाले हैं, इसलिए वे ब्रिटिश सरकार से धार्मिक शिक्षा में तत्काल सुधार की मांग करेंगे.


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