Kamala Harris Diwali Party: भारत में धनतेरस से ही दिवाली की धूम देखने को मिल जाती है. धनतेरस पर ही लोग घरों में रंगबिरंगी लाइट्स लगा लेते हैं और बच्चे पटाखे भी जलाते नजर आते हैं. हालांकि, दिवाली की धूम सिर्फ भारत में ही नहीं है बल्कि अमेरिका में भी इस त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह नजर आ रहा है.
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) ने अपने आवास पर दिवाली पार्टी की और अमेरिका में रहने वाले भारतीयों के साथ खूब हर्षोल्लास के साथ त्योहार मनाया. फुलझड़ी जलाते हुए उनका एक वीडियो भी सामने आया है.
मेहमानों के लिए भारतीय भोजन का विशेष इंतजाम
शुक्रवार को दिवाली मनाते हुए उन्होंने कहा, 'दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो संस्कृतियों के बीच मेल मिलाप को प्रस्तुत करती है.' बता दें कि उपराष्ट्रपति का आधिकारिक निवास - रंगीन रोशनी और दीयों (मिट्टी के दीपक) से सजाया गया था, जबकि मेहमानों को 'पानी पुरी' से लेकर पारंपरिक मिठाई, भारतीय व्यंजन परोसे गए थे. दिलचस्प बात यह है कि कमला हैरिस ने अपनी दिवाली पार्टी पर करीब 900 लोगों को बुलाया था.
उपराष्ट्रपति ने कहा, 'यह अंधेरे पर प्रकाश की प्रासंगिकता से प्रेरित होने और अंधेरे के क्षणों में प्रकाश डालने के बारे में है. उपराष्ट्रपति के रूप में मैं इसके बारे में बहुत सोचती हूं क्योंकि हम अपने देश और दुनिया में बड़ी चुनौतियों से मुंह नहीं फेर सकते. यही वो क्षण हैं जब दिवाली जैसा त्योहार हमें अंधेरे के क्षणों में प्रकाश लाने की हमारी शक्ति के महत्व की याद दिलाता है.'
कमला हैरिस ने बचपन के दिनों को याद किया
चेन्नई में अपने दादा-दादी के साथ बचपन में जश्न मनाने के अपने दिनों को याद करते हुए हैरिस ने कहा कि दिवाली परंपरा के बारे में है. यह एक संस्कृति है. यह एक सदियों पुरानी अवधारणा है, जो संस्कृतियों और समुदायों के मेल मिलाप को पेश करती है.
गौरतलब है कि कमला हैरिस की दिवाली पार्टी में सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति, राष्ट्रपति की विशेष सलाहकार नीरा टंडन और जो बाइडेन के भाषण लेखक विनय रेड्डी समेत बाइडेन-हैरिस प्रशासन के कई भारतीय अमेरिकी सदस्यों ने शिरकत की. भारत में अमेरिका के राजदूत रहे रिच वर्मा भी समारोह में शरीक हुए.
ये भी पढ़ें- श्रीलंकाई संसद में हुआ 22वां संविधान संशोधन, अब श्रीलंका में कम होगी राष्ट्रपति की शक्तियां
ये भी पढ़ें- पाकिस्तान में इमरान खान का राजनीतिक करियर हो गया खत्म? जानें अब क्या बचे हैं विकल्प