Pakistan: पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सेना और इससे जुड़े लोगों के खिलाफ बोलना इमरान खान के लिए महंगा पड़ता दिख रहा है. सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पाकिस्तान के मीडिया संस्थानों को स्पष्ट तौर पर आदेश दे दिया है कि इमरान खान का न तो भाषण दिखाया जाए और न ही उनके नाम का कहीं किसी भी न्‍यूज में जिक्र हो. 


दरअसल, इस बात का दावा एक रिपोर्ट में किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में इस्लामाबाद में प्रमुख मीडिया संगठनों के मालिकों के साथ एक बैठक में सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने इमरान खान से संबंधित किसी भी कवरेज को रोकने का निर्देश दिया. रिपोर्ट के अनुसार, आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर के इशारे पर इमरान खान के खिलाफ सेना में बगावत कराने का मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है. 


देश के मीडिया चैनलों को कड़ा निर्देश


द इंटरसेप्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की सेना ने इमरान खान को न दिखाने के लिए देश के मीडिया चैनलों को कड़ा निर्देश दिया है. इस बात की पुष्टि देश के आधा दर्जन से अधिक पत्रकारों ने भी की है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस्लामाबाद में हुई बैठक के बाद, पाकिस्तानभर के समाचार संगठनों ने अपने पत्रकारों को इमरान खान की कवरेज को रोकने के निर्देश जारी किए. 


ऐसे खत्म हो सकता है इमरान खान का सियासी करियर


द इंटरसेप्ट ने एक पाकिस्तानी पत्रकार के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा कि सेना के पास मीडिया कंपनियों को नुकसान पहुंचाने के बहुत सारे विकल्प हैं, ऐसे में मीडिया संस्थान सेना के निर्देशों का पालन कर रहे हैं. पाकिस्‍तानी पत्रकार कामरान यूसुफ का दावा है कि इमरान खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद उन्‍हें गिरफ्तार किया जाएगा और इस बार मीडिया में इस खबर को पूरी तरह से बैन किया जाएगा. पीटीआई चीफ के जेल में रहने के दौरान ही सेना और शहबाज शरीफ सरकार चुनाव कराएगी. ऐसे में इमरान खान चुनाव नहीं लड़ पाएंगे और उनका सियासी करियर खत्म हो जाएगा.  


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