नई दिल्ली: नॉर्थ कोरिया का सनकी तानाशाह किम जोंग उन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बीच परमाणु हमले को लेकर तनातनी जारी है. दोनों सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को खूब खरी-खरी सुनाते रहे हैं. दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की तरफ से एक दूसरे पर एक बटन दबाकर उड़ा देने की धमकियां इन दिनों सुर्खियां बनी हुई हैं.


चंद दिनों पहले किम जोंग उन ने कहा था कि उनके टेबल पर परमाणु बम का बटन है जिसे दबाते ही अमेरिका तबाह हो जाएगा.  कोरियाई नेता की इस धमकी का अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके टेबल भी एक बटन है जो बहुत बड़ा और अधिक शक्तिशाली है.


अब सवाल यह उठता है कि क्या वाकई कोई ऐसा नायाब बटन है जिसे दबा कर ये दोनों देश एक दूसरे पर परमाणु हमला कर सकते हैं?


बहरहाल उत्तर कोरिया को लेकर अभी चीजे साफ नहीं हो पाई हैं कि क्या यह देश वाकई परमाणु संपन्न राष्ट्र है या नहीं, क्योंकि वहां अभी किसी भी तरह का परमाणु नियंत्रण रिएक्टर स्थापित नहीं हो पाया है. मगर साल 2006, 2009, 2013, 2016 और 2017 में उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों से लैस मिसाइलों का परीक्षण कर चुका है.


मगर जब बात विश्व के सबसे ताकतवर देश अमेरिका की आती है तो इसमें कोई दो राय नहीं है. साल 1945 में अमेरिका जापान के ऊपर परमाणु बम बरसा चुका है.


ये बटन वाली बात कितनी सही है?


परमाणु बम लॉन्च करने के पीछे एक पेचीदा प्रक्रिया है जो महज एक बटन के दबाने से पूरी नहीं होगी. यानी ट्रंप का 'परमाणु बटन' दबाना सोशल मीडिया के पर अपने सख्त तेवर दिखाने का एक जरिया मात्र है. लेकिन सवाल यह भी सामने आता है कि आखिर अमेरिकी परमाणु बम लॉन्च कैसे होता है?


दरअसल, अमेरिकी परमाणु बम फायर करने के लिए 'फुटबॉल' और 'बिस्कुट' की जरूरत होती है. इन दोनों के एक साथ इस्तेमाल से अमेरिकी राष्ट्रपति परमाणु बम फायर करने का आदेश देता है.


क्या है 'फुटबॉल'?
अमेरिकी राष्ट्रपति के पास एक ऐसा ब्रीफकेस होता है जिसे 'न्यूक्लियर फुटबॉल' कहते हैं. इस ब्रीफकेस में किसी तरह की कोई तकनीकी इक्यूपमेंट्स नहीं होता बल्कि एक कम्यूनिकेशन टूल्स के साथ कुछ किताबें मौजूद होती हैं. इनकी मदद से योजनाबद्ध तरीके से परमाणु बम फायर करने का फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति की तरफ से लिया जाता है.


क्या है 'बिस्कुट'?
तकनीकी तौर पर 'बिस्कुट' क्रेडिट कार्ड की तरह दिखाई देता है जिसमें कुछ कोड लिखे होते हैं. इन कोड्स को अमेरिकी राष्ट्रति की तरफ सेना को बता कर अपनी पहचान सुनिश्चित करानी होती है.


अमेरिकी राष्ट्रपित 'फुटबॉल' और 'बिस्कुट' की मदद से सेना के शीर्ष अधिकारी को परमाणु बम फायर करने का आदेश देता है. यह आदेश एक कोड के जरिए भेजा जाता है जो लॉन्चिंग टीम के पास मौजूद कोड से मिलना चाहिए. ऐसा होने पर अमेरिकी सेना आकाश, धरती या पानी किसी भी माध्यम से परमाणु बम फायर कर देगी.