बीजिंग: चीन के एक सरकारी अखबार ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के उल्टे भारत और पाकिस्तान के साथ संतुलित रणनीति अपना सकते हैं. पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने अपने कार्यकाल के अंतिम सालों में ‘भारत समर्थक’ नीति अपनाई थी. ‘ग्लोबल टाइम्स’ की वेबसाइट पर एक लेख में कहा गया, ‘‘ट्रंप की दक्षिण एशिया नीति ओबामा की नीति से अलग हो सकती है. ओबामा ने कार्यकाल के अंतिम सालों में मोटे तौर पर भारत समर्थक नीति अपनाई थी.’’

इसमें कहा गया कि ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को पहले फोन किया जो एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है. वह नयी दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच ज्यादा संतुलित रणनीति अपना सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो भारत पाकिस्तान संबंधों में थोड़ा सुधार देखने को मिलना संभव है.

बताते चलें कि ट्रंप के आने से दुनियाभर के देशों के एक-दूसरे से रिश्ते बदलते दिख रहे हैं. अमेरिका के सहियोगी कई यूरोपिए देश ट्रंप के सात मुस्लिम देशों पर लगाए बैन के बाद उनके खिलाफ खड़े नज़र आए तो वहीं नाटो पर खर्च को लेकर उसके भविष्य की स्थिति साफ नहीं है. वहीं फोन पर बातचीत के दौरान ऑस्ट्रेलियाई पीएम टर्नबुल और ट्रंप के बीच नोंकझोंक की ख़बरें आई थीं और ट्रंप का पुतिन प्रेम जगजाहिर है. इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप का भारत और पाकिस्तान को लेकर क्या रुख रहता है, क्योंकि उनके आने के महज़ दो हफ्तों के भीतर वैश्विक परिदृश्य पर काफी बदल गया है.