(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Donald Trump:'अमेरिका में आपकी जान को खतरा, रूस आ जाइए', जानिए कौन है वो मौत का सौदागर, जिसने भेजा ट्रंप को बुलावा
Donald Trump Criminal Charges: 'मौत के सौदागर' ने ट्रंप को कहा कि अगर वो अमेरिका में रहते हैं तो उनकी जान खतरे में रहेगी, इसलिए उन्हें रूस में शरण ले लेनी चाहिए. जानिए कौन है वो जिन्होंने ऐसा कहा...
Donald Trump US News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) इन दिनों मुसीबतों से जूझ रहे हैं. बाइडेन सरकार में ट्रंप के खिलाफ कई केस दर्ज किए जा चुके हैं और उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. ट्रंप ने भी खुद की जान को खतरा बताया है. इस बीच हथियारों के एक अंतरराष्ट्रीय डीलर ने ट्रंप को रूस में शरण लेने का बुलावा भेजा है.
रूस के हथियारों के सबसे बड़े डीलर विक्टर बाउट (Viktor Bout), जिन्हें पश्चिमी देशों की मीडिया "मौत का सौदागर" (Merchant of Death) बताती है, ने कहा है कि ट्रंप को अब अमेरिका में नहीं रहना चाहिए, क्योंकि वहां उनकी जान खतरे में है. एक रूसी स्टेट-टीवी चैनल पर विक्टर ने कहा, "मैंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को टेलीग्राम पर कॉन्टेक्ट किया और उन्हें खतरे को लेकर सतर्क किया. मैंने उन्हें कहा कि अमेरिका में आपकी जान को खतरा है, इसलिए रूस आ जाइए." बकौल विक्टर, ट्रंप को रूस में कोई दिक्कत नहीं आएगी.
'अमेरिकी सरकार से ही है उनको खतरा'
विक्टर ने दावा किया कि ट्रंप को खतरा किसी और से नहीं, बल्कि अमेरिकी सरकार से ही है. उन्होंने कहा, "ट्रंप के खिलाफ अमेरिका के न्यूयॉर्क में जो कानूनी प्रक्रिया शुरू हो गई है, वो सिर्फ डोनाल्ड ट्रंप को दोषी ठहराए जाने और 2024 चुनाव से रोके जाने तक सीमित नहीं होगी."
'रूस आ जाएंगे तो मुखरता से आवाज उठा सकेंगे'
उन्होंने कहा, "सबसे ज्यादा संभावना ट्रंप की जान चले जाने की है. ऐसे में मुझे लगता है कि यह पूरी मानवता और खास तौर पर सभी अमेरिकी लोगों के हित में है कि ट्रंप को रूस में आमंत्रित किया जाए, ताकि उन्हें यहां सुरक्षा और संरक्षण दिया जा सके और वे ग्लोबलिस्ट्स, खासकर उन अमेरिकियों के खिलाफ मुखर हो सकें, जिनसे उन्हें खतरा है."
बताते चलें कि विक्टर बाउट, एक सजायाफ्ता रूसी वेपन डीलर हैं. पिछले साल विक्टर ने बास्केटबॉल स्टार ब्रिटनी ग्राइनर के लिए अमेरिका और रूस के बीच हुई प्रिजनर एक्सचेंज की पार्टी के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं.
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