Classified Documents Case: ट्रंप को हो सकती है 20 साल की जेल! सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने का आरोप
USA: डोनाल्ड ट्रंप पर राष्ट्रीय रक्षा जानकारी को जानबूझकर अपने पास रखने का आरोप है. ट्रंप के खिलाफ सबसे गंभीर मामलों में अधिकतम 20 साल की जेल की सजा का प्रावधान है.
USA Classified Documents Case: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट मामले में तीसरा आरोप लगा है. डोनाल्ड ट्रंप पर गुरुवार (27 जुलाई) रात फेडरल कोर्ट की तरफ से तीसरा आरोप लगाया गया. आरोप है कि उन्होंने सीक्रेट डॉक्यूमेंट जांच में परेशानी पैदा करने के कोशिश की. इसके लिए उन्होंने 2022 की गर्मियों के दौरान फ्लोरिडा के पाम बीच में स्थित मार-ए-लागो क्लब में लगाए गए सीसीटीवी कैमरा के फुटेज को डिलीट कर दिया.
पिछले साल 2022 में फेडरल ऑफिसर डोनाल्ड ट्रंप से उन सरकारी रिकॉर्ड को वापस करने की मांग कर रहे थे, जिनके बारे में उन्हें संदेह था कि वे उस जगह पर रखे हुए थे. ट्रंप पर ईरान पर हमले की अमेरिकी सैन्य योजना से जुड़े एक क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट को छिपाए रखने का भी नया आरोप है. ईरान हमले से जुडे़ डॉक्यूमेंट को ट्रंप ने 21 जुलाई 2021 को बैडमिंस्टर के न्यू जर्सी में अपने क्लब में एक लेखक, प्रकाशक और दो स्टाफ सदस्यों को दिखाया था.
तीसरा अभियुक्त कार्लोस डी ओलिवेरा
ट्रंप और नोटा के खिलाफ मामले में जोड़ा गया तीसरा अभियुक्त कार्लोस डी ओलिवेरा है, जिस पर मार-ए-लागो में रखरखाव की मुख्य जिम्मेदारी थी. डी ओलिवेरा ने एक अन्य मार-ए-लागो कर्मचारी को बताया कि बॉस (डोनाल्ड ट्रंप) निगरानी फुटेज वाले सर्वर को हटाना चाहते थे. उस फुटेज में दिखाया गया था कि ट्रंप के बक्सों को क्लब में कैसे इधर-उधर ले जाया गया था.
नए चार्जिंग दस्तावेज़ में डी ओलिवेरा की पहचान उस व्यक्ति के रूप में की गई है जिसने नोटा को ट्रंप के घर से स्टोर रूम में लगभग 30 बक्से ले जाने में मदद की थी. उसने FBI को यह भी बताया कि वह अधिकारियों के तरफ से मांगे गए दस्तावेजों को ट्रांसफर करने में शामिल नहीं था, उसने एजेंटों से कहा कि उसने कभी कुछ नहीं देखा है.
40 आपराधिक मामलों का करना पड़ेगा सामना
ट्रंप के खिलाफ लगे नए आरोपों के अनुसार, उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा जानकारी को जानबूझकर अपने पास रखा. इसके अलावा उनके और नोटा दोनों के खिलाफ जांच प्रक्रिया में बाधा डालने का नया मामला जोड़ा गया है. नए आरोपों के साथ ट्रंप को अब इस मामले में कुल 40 आपराधिक मामलों का सामना करना पड़ेगा. ट्रंप के खिलाफ सबसे गंभीर मामलों में अधिकतम 20 साल की जेल की सजा का प्रावधान है.
56 वर्षीय डी ओलिवेरा पर गुरुवार को जांच प्रक्रिया में बाधा डालने की साजिश रचने, नष्ट करने, दस्तावेज़ को बर्बाद करने और झूठे बयान देने का आरोप लगाया गया. झूठे बयान का आरोप उस स्वैच्छिक साक्षात्कार से संबंधित है जो डी ओलिवेरा ने जनवरी में एफबीआई एजेंटों को दिया था.
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