Donald Trump’s Policies for USA : अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनावी नतीजे आने के बाद डोनाल्ड ट्रंप संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने वाले हैं. 2020 में जो बाइडन से चुनाव हारने के बाद राष्ट्रपति पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए पहुंचकर डोनाल्ड ट्रंप ने इतिहास रच दिया है. हालांकि जब 2016 में डोनाल्ड ट्रंप पहली बार राष्ट्रपति के तौर पर पहली बार व्हाइट हाउस पहुंचे थे. तो उनके लिए गए फैसलों की वजह से उन्हें कई तानाशाह भी कहा गया था. यही कारण है कि इस बार चुनाव प्रचार में डोनाल्ड ट्रंप कई बार यह कहते नजर आए कि, ‘वह तानाशाह नहीं है. लेकिन अगर वह चुनाव जीतते हैं तो एक दिन के लिए तानाशाह बनेंगे.’
डोनाल्ड ट्रंप ने प्रचार के दौरान कई बार कही ये बात
2016 में कई बार तानाशाह कहे जाने पर इस बार के चुनाव के प्रचार के दौरान कई बार इस बात को दोहराते नजर आए कि वह तानाशाह नहीं है. हालांकि वह एक दिन का तानाशाह बनकर कई बड़े फैसले लेगें. लेकिन अब देखना ये हैं कि डोनाल्ड ट्रंप एक दिन का तानाशाह बनकर कौन से बड़े फैसले लेंगे और उनका एजेंडा क्या होगा?
अपनी विक्ट्री स्पीच में डोनाल्ड ट्रंप ने कही ये बात
राष्ट्रपति चुनाव में बहुमत के साथ जीत हासिल कर बुधवार को अपने विक्ट्री स्पीच में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “वह सिंपल मोटो के साथ अगले चार साल तक शासन करना पसंद करेंगे और इसके लिए उनका मोटो- देश की सेवा करना और इसके लिए कोई भी कदम उठाने से न हिचकिचाना होगा.”
अमेरिकी संसद पर हमला करने वालों को रिहा करेंगे
डोनाल्ड ट्रंप अपने चुनावी प्रचार के दौरान रैलियों में अपने एजेंडों के बारे में खुलकर बात करते नजर आ रहे थे. उन्होंने राष्ट्रपति बनने के बाद लिए जाने फैसलों के बारे में जानकारी दी थी. जिसमें 2020 में अमेरिकी संसद पर हमला करने वालों को जेल से रिहा करना शामिल है.
2020 में राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस का खाली करने और सत्ता सौंपने से इनकार कर दिया था. दबाव बढ़ने पर ट्रंप ने समर्थकों की रैली बुलाई औऱ अमेरिकी संसद पर हमला करने के लिए उकसाया था. ट्रंप के उकसावे के बाद हजारों ट्रंप समर्थकों ने वॉशिंगटन में अमेरिकी संसद पर हमला कर दिया है. इसके बाद बड़ी संख्या में गिरफ्तारी हुई थी और लोगों पर मुकदमा भी चला था.
इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम की करेंगे शुरुआत
अमेरिका में इमिग्रेशन की समस्या को लेकर डोनाल्ड ट्रंप हमेशा मुखर रहे हैं. 2016 में अपने पहले कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने इसे लेकर कई बड़े फैसले लिए थे. यहां तक कि मैक्सिको और अमेरिका की सीमा पर एक दीवार तक बनवा दी थी. ताकि अवैध अप्रवासियों को अमेरिका में घुसने से रोका जा सके.
वहीं इस बार भी ट्रंप ने पेंसिल्वेनिया में एक रैली में इतिहास का सबसे बड़ा एंटी इमिग्रेंट प्रोग्राम चलाने की बात कही थी. जिससे अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश को रोका जाए औऱ साथ ही लाखों अवैध अप्रवासियों के डिपोर्ट भी किया जाएगा.