शहबाज शरीफ, यूनुस और जिनपिंग? ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कौन होगा इन और कौन आउट?
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के लिए अब तक 170 मिलियन डॉलर यानी 14,60,66,12,500 रुपये चंदे के तौर पर आ चुके हैं और यह आंकड़ा 200 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है.
डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे. वह दूसरी बार अमेरिका की कमान संभालने जा रहे हैं. वॉशिंगटन डीसी में शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें ग्लोबल लीडर्स भी शामिल होंगे. चीन, अर्जेंटीना, इटली, अल साल्वाडोर और हंगरी समेत कई देशों के लीडर्स को न्योता भेजे जाने का खबर है.
कार्यक्रम में शामिल होने वाले गेस्ट की लिस्ट भी इंटरनेशनल मीडिया में लीक हुई थी, जिसमें अर्जेंटीना, इटली, अल साल्वाडोर, हंगरी और चीन समेत कई देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्रियों का नाम शामिल है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने इस बात की पुष्टि की है कि ट्रंप ने शी जिनपिंग से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इनवाइट किया है. हालांकि, सूत्रों के हवाले से बताया गया कि जिनपिंग कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे, उनकी जगह सीनियर चीनी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल कार्यक्रम में पहुंच सकता है. हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को न्योता भेजे जाने की बात सामने नहीं आई है और न ही लिस्ट में उनका नाम है.
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है. सीबीएस न्यूज ने जेवियर माइली के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि राष्ट्रपति अमेरिका जाने का प्लान कर रहे हैं. सीएनएन न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को भी न्योता भेजा गया है.
रिपोर्ट के अनुसार अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले को भी इनविटेशन भेजा गया है. पिछले साल उनके शपथ ग्रहण में डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने भी शिरकत की थी. इसके अलावा हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की को भी निमंत्रण भेजे जाने की खबर है. हालांकि, उनके कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है. उधर, पिछले महीने मॉस्को की तरफ से बताया गया था कि रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन को कार्यक्रम के लिए निमंत्रण नहीं आया है. टाइम्स ऑफ इजरायल ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भी न्योता नहीं भेजा गया है.
डोनाल्ड ट्रंप की इनोगरल कमिटी ने बताया कि सारे वीआईपी टिकट बिक चुके हैं. कार्यक्रम के लिए मिलियन डॉलर देने वाले डोनर्स को फिलहाल वेटलिस्ट में रख दिया गया है क्योंकि सारे प्रोग्राम्स की टिकट बिक चुकी हैं. फिर भी चंदा देने वालों की होड़ लगी है. डेली मेल के अनुसार डोनर्स कार्यक्रम के लिए पैसा भेज रहे हैं. कार्यक्रम के लिए कमेटी के पास अब तक 170 मिलियन डॉलर यानी 14,60,66,12,500 रुपये भेजे जा चुके हैं और यह आंकड़ा 200 मिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह से यह रकम तीन गुना ज्यादा है, 2020 में उनके कार्यक्रम में सिर्फ 62 मिलियन डॉलर का चंदा आया था.
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