वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन के 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह से पहले और उस दौरान हिंसा की आशंका को लेकर स्थानीय एवं संघीय अधिकारियों की बढ़ती चिंताओं के बीच देश की राजधानी के लिए एक आपातकालीन घोषणा जारी की. इस घोषणा के बाद गृह मंत्रालय और संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी को स्थानीय अधिकारियों के साथ आवश्यकतानुसार समन्वय करने की अनुमति मिल गई है.


ट्रम्प समर्थक भीड़ ने अमेरिकी संसद भवन पर किया था हमला
ट्रम्प ने यह घोषणा ऐसे समय में जारी की है, जब पांच दिन पहले ट्रम्प समर्थक भीड़ ने कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) पर हमला कर दिया था. यह हमला उस समय किया गया था, जब संसद ने ट्रम्प की हार को प्रमाणित करने के लिए औपचारिक रूप से इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती शुरू की थी. उस हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी.


इससे पहले कोलंबिया जिले के मेयर म्यूरियल बॉजर, वर्जीनिया के गवर्नर राल्फ नॉर्थम और मैरीलैंड के गवर्नर लैरी होगन ने लोगों से पिछले हफ्ते हुई हिंसा और कोविड-19 महामारी के कारण शपथ ग्रहण कार्यक्रम से दूर रहने का आग्रह किया.ट्रम्प की आपातकालीन घोषणा सोमवार से प्रभावी हो गई, जो 24 जनवरी तक लागू रहेगी.


डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ शुरू हो चुकी है महाभियोग की कार्यवाही
हाउस डेमोक्रेट्स की तरफ से सोमवार को औपचारिक तौर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ पिछले हफ्ते यूएस कैपिटल में हुई भारी हिंसा को लेकर विद्रोह के लिए उकसाने आरोप में आर्टिकल ऑफ इंपिटमेंट (महाभियोग) लाया गया है. बुधवार को डेमोक्रेट्स के बहुमत वाले प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स) में इसे उठाया जा सकता है. हालांकि, इस मुद्दे पर हाउस अभी स्थगित हो गया है.


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