वाशिंगटन: व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम नरेन्द्र मोदी एक नई मंत्रीस्तरीय वार्ता शुरू की गई है. इस वार्ता के जरिए दोनों नेता प्रशांत महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता बढ़ाने पर सहमत हुए हैं जो दोनों देशों के रणनीतिक विचार विमर्श को आगे ले जाएगा.
ट्रंप ने भारत की स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मोदी को बधाई देने के लिए सोमवार रात उन्हें फोन किया था. फोन पर ट्रंप ने अमेरिका से भारत को कच्चे तेल की पहली खेप भेजे जाने के कदम का स्वागत किया, जो इस महीने टेक्सास से शुरू होगी. व्हाइट हाउस ने दोनों नेताओं के फोन कॉल की जानकारी देते हुए बताया कि ट्रंप ने वादा किया कि भारत को अमेरिका ऊर्जा की विश्वसनीय और दीर्घकालीन आपूर्ति जारी रखेगा.
व्हाइट हाउस ने तंत्र का ब्योरा देते हुए कहा, ‘‘नेताओं ने एक मंत्रीस्तरीय वार्ता का तंत्र शुरू कर हिंद- प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा बढ़ाने का संकल्प लिया जो रणनीतिक परामर्श को बढ़ाएगा.’’
इसने बताया गया है कि ट्रंप और मोदी इस नवंबर में वैश्विक स्व उद्यमी सम्मेलन के लिए उत्सुक हैं. ट्रंप ने अपनी बेटी और सलाहकार इवांका ट्रंप से सम्मेलन के लिए अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने को कहा है.
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने स्वतंत्रता दिवस पर भारत के लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि अमेरिका दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के लोगों के साथ खड़ा होकर गौरवान्वित है.
टिलरसन ने कहा कि अमेरिका - भारत संबंध के लिए प्रधानमंत्री मोदी का महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण 21 वीं सदी में हमारे साझा हितों को आगे बढ़ाने के लिए काफी मायने रखता है.
उन्होंने भारत के स्वतंत्रता दिवस पर बधाई देने के लिए अपनी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज को फोन किया. इस दौरान सुषमा ने दोनों देशों के बीच विदेश और रक्षा संबंधों में व्यापक तालेमल के उपायों पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अमेरिकी विदेश मंत्री टिलरसन के साथ अच्छी बातचीत हुई जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर बधाई देने के लिए फोन किया था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश मंत्री टिलरसन ने विदेश एवं रक्षा संबंधों में तालमेल को बढ़ाने पर चर्चा की.’’