Donald Trump Attack : हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप को मिलेगा राजनीतिक फायदा, बाइडेन की बढ़ी मुश्किलें, 5 पॉइंट में समझें पूरा खेल
Donald Trump Attack : राजनीति जानकारों का मानना है कि ट्रंप को इसका राजनीतिक फायदा भी मिल सकता है, क्योंकि ट्रंप कई बार अपनी रैलियों में क्राइम का मुद्दा भी उठा चुके हैं
Donald Trump Attack : अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमले की दुनियाभर में निंदा की जा रही है. कुछ राजनीति जानकारों का मानना है कि ट्रंप को इसका राजनीतिक फायदा भी मिल सकता है, क्योंकि ट्रंप कई बार अपनी रैलियों में क्राइम का मुद्दा भी उठा चुके हैं. ऐसे में उनके ऊपर हुई गोलीबारी ने इस मसले को और गर्म कर दिया है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि गोली चलने के बाद ट्रंप हवा में अपनी मुट्ठी उठाए और भीड़ की ओर देखते नजर आए. कान से चेहरे तक खून टपकता रहा, लेकिन वह लोगों से लड़ने की अपील करते रहे. ट्रंप की यह मजबूत छवि नवंबर में होने वाले चुनावों को काफी प्रभावित कर सकती है. इस चुनाव में ट्रंप को कैसे फायदा होगा...पांच पॉइंट में समझे पूरी खबर.
अब बढ़ जाएगा राजनीतिक आधार
अभी तक ट्रंप और बाइडेन में कांटे की टक्कर बताई जाती थी, लेकिन प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद ट्रंप का कद थोड़ा बढ़ गया था. अमेरिका से खबरें आ रही थीं कि इस बार ट्रंप की जीत पक्की है, लेकिन अब इस हमले के बाद ट्रंप खुद को नायक और पीड़ित दोनों के रूप में स्थापित करने में कामयाब रहे हैं. इस घटना के बाद उनका राजनीतिक आधार और बढ़ सकता है. ट्रंप को अब तक डेमोक्रेटिक नेता राजनीतिक हिंसा करवाने वाले के तौर पर पेश करते रहे, लेकिन पेनसिल्वेनिया में हुई गोलीबारी के बाद अब रिपब्लिकन पार्टी बाइडेन को टारगेट बना सकती है. इससे कई राज्यों में ट्रंप के प्रति सहानुभूति और सम्मान बढ़ने की उम्मीद है.
इस हमले का ऐसे फायदा उठाएंगे ट्रंप
इस हमले का रिपब्लिकन पार्टी के नेता पूरा फायदा उठाना चाहेंगे, क्योंकि जो बाइडेन के खिलाफ पहले से ही डेमोक्रेटिक पार्टी के अंदर आवाज उठ रही है. वहीं, उनकी हेल्थ को लेकर भी चुनाव नहीं लड़वाने की कई नेता मांग भी कर रहे हैं. इससे समर्थकों के बीच मनोबल डाउन नजर आ रहा है. ऐसी स्थिति में ट्रंप को बड़ा फायदा मिल सकता है.
कमला हैरिस आएंगी तो बदल जाएगी स्थिति
बीच में खबर आई थी कि बाइडेन को हटाकर कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीदवार बनाया जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो अमेरिका में चुनाव का माहौल बदल सकता है. एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फिर चुनाव लड़ने का मन बनाया है, लेकिन उनकी उम्मीदवारी पर सवाल बरकरार है.
ट्रंप की झोली में गिरेंगे वोट?
ट्रंप पर हमले की वजह से अमेरिकी लोगों का वोट सहानुभूति के तौर पर ट्रंप की झोली में गिर सकता है. यही वजह है कि खुद जो बाइडेन को अपने प्रतिद्वंदी से बात करनी पड़ी, उन्होंने इस हमले की आलोचना की. दुनियाभर के नेताओं ने ट्रंप पर हुए इस हमले की निंदा की. भारतीय-अमेरिकी लोगों ने तो इसे अमेरिकी लोकतंत्र के इतिहास का एक 'काला अध्याय' करार दिया. अब कहीं न कहीं इसका असर चुनाव पर पड़ना तय है.
जहां हुआ हमला, वहीं से जीते थे ट्रंप
जहां हमला हुआ, वहां से 2016 में ट्रंप को बड़ी जीत मिली थी. बटलर पश्चिमी पेनसिल्वेनिया के पिट्टसबर्ग में 33 मील उत्तर में स्थित 13,000 लोगों की आबादी वाला शहर है. ट्रंप को 2016 में राष्ट्रपति बनाने में यहां की अहम भूमिका थी और ट्रंप ने बटलर काउंटी में 32 प्रतिशत अंकों से जीत हासिल की थी. अब ऐसे में ट्रंप को यहां से और अच्छा रेस्पॉन्स मिल सकता है.