सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि हाउस एफडीए पर अमेरिकी चुनाव से पहले एक टीके को मंजूरी देने के लिए दबाव डाल रहा है. अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है. टीके विकसित करने वाली दवा कंपनियों ने संयुक्त रूप से कहा है कि वे वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव जांचने के बाद ही टीके बाजार में उपलब्ध कराएंगे.
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बता दें कि अमेरिका सहित दुनिया के कई देश वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं. सिर्फ रूस ने ही सफल वैक्सीन बनाने का दावा किया है. नवंबर से पहले वैक्सीन बनाने की बात पर डेमोक्रेटिक पार्टी इसे ट्रंप का चुनावी हथकंडा करार दे रही है. डेमोक्रेटिक पार्टी से उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस का कहना है कि वह वैक्सीन को लेकर ट्रंप के किसी बात पर भरोसा नहीं करेंगी. सिर्फ स्वास्थ्य विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की बात पर भरोसा करेंगी, क्योंकि वे लोग वैक्सीन को लेकर ज्यादा सही जानकारी दे पाएंगे.
वहीं ट्रंप ने अपनी आलोचनाओं पर कहा है कि 'ये हमारे देश के लिए बहुत खतरनाक है, जो वो लोग कह रहे हैं, लेकिन वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी होगी.' ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेट कुछ भी बोलेंगे. वे लोग वैक्सीन की उपेक्षा कर रही हैं, ताकि लोगों को यह न लगे कि यह उपलब्धि एक बड़ी उपलब्धि है.
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