Donald Trump: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हैरान करने वाला बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर वह इस साल सत्ता में लौटते हैं तो पैसे नहीं देने वाले नाटो देशों के खिलाफ हमले में रूस का साथ देंगे. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका में रहने वाले प्रवासियों को बड़े स्तर पर देश से बाहर भेजने की बात कही है. ट्रंप के इन दोनों बयानों पर जमकर बवाल हो रहा है. शनिवार को दक्षिण कैरोलिना के कॉन्वे में रैली के दौरान ट्रंप ने यह विवादित बयान दिया है.
नाटो के आलोचक हैं ट्रंप
ट्रंप हमेशा से ही नाटो के बड़े आलोचक रहे हैं. नाटो 31 देशों का संगठन है, जिसके सदस्य देशों की सुरक्षा अमेरिका करता है. इसके बदले सभी देश अमेरिका को तय रकम अदा करते हैं. अब ट्रंप ने कहा है कि जो देश सुरक्षा के बदले तय रकम नहीं दे रहे हैं, उन पर होने वाले हमले में वह रूस का साथ देंगे. यूक्रेन भी नाटो संगठन का सदस्य है, जिसके साथ रूस एक साल से ज्यादा समय से जंग लड़ रहा है. रूस ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमला किया था. इसके बाद से दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है, जिसमें यूक्रेन को भारी नुकसान हो चुका है.
ट्रंप ने कहा कि एक बार एक बड़े देश के राष्ट्रपति ने उनसे पूछा था कि अगर वह पैसे नहीं देते हैं तो क्या रूस का हमला होने पर अमेरिका उनका बचाव करेगा? इस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि अगर आप पैसे नहीं दे रहे हैं तो आप अपराधी हैं. ऐसे में अमेरिका आपकी रक्षा नहीं करेगा. इसके उलट ट्रंप हमला करने वाले को प्रोत्साहित करेंगे कि वह जो चाहे कर सकता है. ट्रंप ने आगे कहा "आपको पैसे देने पड़ेंगे, आपको बिल भरना पड़ेगा."
राजनेताओं ने जाहिर की चिंता
ट्रंप के इस बयान पर कई राजनेताओं ने चिंता जाहिर की. वहीं, कुछ नेताओं का मानना है कि ट्रंप बिना सिर पैर के बयान दे रहे हैं और ऐसा कभी नहीं हुआ होगा. मदर जोंसे के वॉशिंगटन डीसी ब्यूरो चीफ और एमएसएनबीसी के विश्लेषक डेविड कॉर्न ने एक्स पर लिखा "ऐसा लगता है कि ट्रंप रूस को नाटो देशों पर हमले के लिए प्रोत्साहित कर रहें हैं." वहीं, कंजरवेटिव कमेंटेटर एलिसा फरहा ग्रिफिन ने कहा कि ट्रंप के शब्द रूसी राष्ट्रपति पुतिन को बहुत पसंद आ रहे होंगे.
अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर पर घुसपैठ का मामला सुलझाने के लिए लाए गए एक बिल के खारिज होने पर भी ट्रंप ने खुशी जाहिर की. यह बिल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन लेकर आए थे. बाइडेन ने 2020 राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को हराया था. ट्रंप ने वादा किया कि अगर वह इस बार राष्ट्रपति बनते हैं तो अपने कार्यकाल के पहले दिन से ही बड़े स्तर पर प्रवासियों को देश से बाहर भेजना शुरू कर देंगे.
ट्रंप पर अलग-अलग अदालतों में 90 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके बावजूद वह अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन के खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. ट्रंप पर 2020 चुनाव के नतीजे पलटने की कोशिश करने, राष्ट्रपति पद से हटने के बावजूद सरकार के गुप्त दस्तावेज अपने पास रखने और शारीरिक संबंध बनाने के लिए एक महिला को पैसे देने के आरोप हैं.