वॉशिंगटन/इस्लामाबाद: यू-टर्न लेने में एक्सपर्ट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पलटी मारी है. इस बार उन्होंने पाकिस्तान के पीएम इमरान ख़ान से आधिकारिक तौर पर मदद मांगी है. ये मदद उन्होंने अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए मांगी है. ये यू-टर्न इसलिए है क्योंकि इस साल के शुरुआत से ही उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपना रुख काफी सख्त रखा है और ताज़ा बयानों में ये आरोप लगाए थे कि आतंकवाद से लड़ने में पाक ने अमेरिका की कोई मदद नहीं की.


पत्रकारों से सार्वजनिक तौर पर बातचीत करते हुए इमरान ने उन्हें जानकारी दी कि उन्हें सोमवार को ट्रंप की एक चिट्ठी मिली. इस चिट्ठी में ट्रंप ने उनसे मदद की मांग की है. आपको बता दें कि अगस्त महीने में इमरान के पीएम बनने के बाद ये दोनों के बीच की पहली आधिकारिक बातचीत है. विदेश कार्यालय के भी एक अधिकारी ने चिट्ठी में ऐसी बातों की पुष्टी की. साथ ही ये भी जानकारी दी गई कि ट्रंप ने दोनों देशों के रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने की भी बात कही है.


ख़ान ने मीडिया से कहा कि ट्रंप ने उनसे 17 साल पुरानी अफगानिस्तान अशांति को समाप्त करने में मदद करने का आग्रह किया है. इस साल अक्टूबर के महीने से पाकिस्तान ने कई तालिबानी नेताओं को रिहा किया है. ये रिहाई उस शांति वार्ता मुहिम के तहत की गई है जो तालिबानी नेताओं के साथ अमेरिका चला रहा है. तालिबानी नेताओं को बातचीत के लिए मानने को लेकर भी अमेरिका ने पाकिस्तान से मदद मांगी है.


आपको बता दे कि इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान और अमेरिका के बीच रिश्तों में कड़वाहट आने लगी थी. साल की शुरुआत में ट्रंप ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सहायता राशि भी रोक दी थी. अपने सबसे ताज़ा बायनों में उन्होंने पाकिस्तान पर आरोप लगाए थे कि इस देश ने आतंकियों के ख़िलाफ़ पर्याप्ता कार्रवाई नहीं की. ऐसे में साल के अंत तक दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के मुखिया की ये पलटी पाकिस्तान के नए पीएम के लिए काफी राहत देने वाली साबित हो सकती है.


ये भी देखें


सनसनी: बुलंदशहर बवाल- खूनी हमले में इंस्पेक्टर की मौत, किसने भड़काई दंगे की आग ?