Mark Zuckerberg vs Donald Trump : अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग पर निशाना साधा है. ट्रंप ने जुकरबर्ग पर 2020 के चुनाव के दौरान साजिश रचने का आरोप लगाया है. ट्रंप ने कहा कि अगर उन्होंने 2024 के चुनाव में हेरफेर करने की कोशिश की तो उन्हें उम्रकैद हो सकती है. यह चेतावनी ट्रंप की आगामी पुस्तक 'सेव अमेरिका' से आई है, जो 3 सितंबर को बाजार में आने वाली है. इस पुस्तक में ट्रंप ने मार्क जुकरबर्ग पर 2020 के चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया.
78 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति ने जुकरबर्ग के साथ एक बैठक का जिक्र किया है और चुनाव के नतीजों पर अपनी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मेटा के सीईओ या कोई और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में अवैध गतिविधियों में शामिल होता है तो उसे आजीवन कारावास हो सकता है. दरअसल, हाल ही में मार्क जुकरबर्ग ने स्वीकार किया था कि उन्होंने बाइडेन-हैरिस प्रशासन के अनुरोध पर कुछ सूचना को सेंसर किया था. मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि बाइडेन प्रशासन ने COVID-19 से संबंधित कुछ सामग्री को फेसबुक पर सेंसर करने के लिए दबाव डाला था. इसके बाद ट्रंप ने मार्क जुकरबर्ग पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2020 के चुनाव में उनके खिलाफ साजिश की थी.
क्या है जुकरबर्ग और ट्रंप के बीच विवाद?
डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार, जुकरबर्ग और उनकी पत्नी प्रिसिला चान ने 2020 के चुनाव में 420 मिलियन डॉलर दान किए थे. ट्रंप ने जुकरबर्ग को खुली धमकी दी कि अगर वह या कोई अन्य व्यक्ति इस बार भी अवैध गतिविधियों में शामिल होता है तो उसे उम्रकैद हो सकती है. पूर्व राष्ट्रपति ने दावा किया कि जुकरबर्ग ने 2020 के चुनाव के दौरान उनके खिलाफ साजिश रची थी. इस बीच जुकरबर्ग ने स्पष्ट किया कि वह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं करेंगे और चुनाव के दिन तक किसी भी प्रकार की सहायता प्रदान नहीं करेंगे. हालांकि, ट्रंप की टीम में एलन मस्क सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, जबकि जुकरबर्ग ने चुनाव से दूर रहने का निर्णय लिया है.