Viral Video: आखिर अब गदहों को लेकर क्यों सुर्खियां बटोर रहा है इमरान ख़ान का पाकिस्तान
जियो टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक गधा चार साल की उम्र में ही कमाउ बन जाता है और लगभग 12 साल तक मालिक के लिए रोज़गार का ज़रिया बना रहता है. ये रिपोर्ट तो अपने आप में अनोखी है ही, उससे भी अनोखी है वो रिपोर्टिंग जो जियो टीवी के रिपोर्टर ने इसके ऊपर की है.
इस्लामाबाद: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान एक ऐसी ख़बर को लेकर चर्चा में है जो बेहद रोचक है. दरसअल, गदहों की तदाद के हिसाब से भारत का ये पड़ोसी मुल्क दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है. आलम ये है कि इन्हें बीमारी से बचाने के लिए पाक स्थित पंजाब की हुकूमत ने अलग से डंकी हॉस्पिटल भी बना दिया है. लेकिन असली ख़बर कुछ और ही है.
पाकिस्तान के जियो टीवी के एक रिपोर्टर के मुताबिक देश के एक बड़े शहर लाहौर में ही अकेले 45,000 से ज़्यादा गदहे हैं. जियो टीवी के मुताबिक पंजाब के डंकी हॉस्पिटल में न सिर्फ गदहों का मुफ्त इलाज होता है बल्कि इन्हें बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीन भी दी जाती है. हॉस्पिटल का पूरा ज़ोर गदहों को सेहतमंद रखने पर है जिसकी इनकी पास खासी वजह भी है.
मामला ये है कि गदहों के मालिक इनके पालन को मुनाफे का कारोबार बताते हैं. 35,000 से 55,000 तक का गदहा रोज़ाना 1000 से ज़्यादा की कमाई करने में मदद करता है. ऐसे ही एक गदहा पालक का कहना है कि उनके गदहों का कारोबार बहुत अच्छा है, ये बहुत कमाई करवाते हैं और बेचने पर भी अच्छी कीमत मिलती है. वहीं, एक और गदहा मालिक ने कहा कि ये कारोबार अच्छा है, सरकार ने हॉस्पिटल बनाया है जहां मुफ्त में इलाज हो जाता है.
ऐसे ही एक और व्यक्ति का कहना है कि ये कारोबार बहुत अच्छा है और रोज़ाना 800 से 900 की कमाई हो जाती है. जियो टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक गधा चार साल की उम्र में ही कमाउ बन जाता है और लगभग 12 साल तक मालिक के लिए रोज़गार का ज़रिया बना रहता है. ये रिपोर्ट तो अपने आप में अनोखी है ही, उससे भी अनोखी है वो रिपोर्टिंग जो जियो टीवी के रिपोर्टर ने इसके ऊपर की है.
देखें वीडियो
Donkey business flourishing in Lahore and look at the way my old Freind Amin Hafeez reporting donkey business by risking his life pic.twitter.com/FHYuQrYOqP
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) December 19, 2018