Kohinoor Crown: राज्याभिषेक में कोहिनूर जड़ा ताज नहीं पहनेंगी ब्रिटिश क्विन कैमिला? भारत की नाराजगी नहीं चाहते किंग जॉर्ज
Britain News: ब्रिटेन की अगली रानी बनने जा रहीं क्वीन कंसोर्ट कैमिला की ताजपोशी में कोहिनूर हीरे वाले ताज के इस्तेमाल पर संदेह गहरा गया है. बीजेपी के एक नेता ने इस ताज के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है.
Kohinoor Crown of British Queen: ब्रिटेन (Britain) की क्वीन कंसोर्ट कैमिला (Queen Consort Camilla) की अगले वर्ष मई में रानी (British Queen) के तौर पर ताजपोशी (Coronation) होनी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हो सकता है कि ताजपोशी के दौरान कैमिला कोहिनूर हीरा लगा ताज (Kohinoor Crown) न पहनें. बकिंघम महल (Buckingham Palace) के अधिकारी रानी की ताजपोशी की योजना की फिर से समीक्षा कर रहे हैं. इसके पीछे भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से उठाई गई आपत्ति को वजह बताया गया है.
टेलीग्राफ के मुताबिक, बीजेपी के एक प्रवक्ता ने कहा है कि अगर ब्रिटेन क्वीन कंसोर्ट कैमिला की ताजपोशी के लिए विवादित कोहिनूर हीरे का इस्तेमाल करता है तो इससे औपनिवेशिक काल की दर्दनाक यादें उभर आएंगी. बीजेपी नेता ने कहा, ''कैमिला की ताजपोशी और कोहिनूर हीरे वाले ताज का इस्तेमाल औपनिवेशिक काल की दर्दनाक यादें वापस लाएगा. अधिकांश भारतीयों के जहन में दमनकारी अतीत की कुछ यादें हैं. भारत की पांच से छह पीढ़ियों ने पांच शताब्दियों से ज्यादा समय तक कई विदेशी शासकों को झेला है.'' उन्होंने कहा, "हाल की घटनाओं जैसे कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन, नई रानी कैमिला की ताजपोशी और कोहिनूर हीरे का इस्तेमाल कुछ भारतीयों को भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के दिनों में वापस लाएगा.''
अगले वर्ष इस दिन होनी है कैमिला की ताजपोशी
उल्लेखनीय है कि दुनिया के सबसे बड़े और सबसे विवादास्पद रत्नों में से एक कोहिनूर हीरा भारत और ब्रिटेन के बीच सदियों पुरानी बहस का केंद्र रहा है. क्वीन कंसोर्ट कैमिला को अगले साल 6 मई को वेस्टमिंस्टर एब्बे में किंग चार्ल्स तृतीय के साथ ताज पहनाया जाना है, जिसमें विवादित कोहिनूर वाले मुकुट को राज्याभिषेक समारोह के दौरान इस्तेमाल किए जाने की संभावना है.
बकिंघम पैलेस अब अपनी योजनाओं पर पुनर्विचार कर रहा है कि कैमिला को कोहिनूर हीरे के साथ ताज पहनाया जाए या नहीं. इस ताज में 2,800 बेशकीमती हीरे जड़े हैं, जिनमें 105 कैरेट प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा भी है जो दुनिया के सबसे बड़े तराशे गए हीरों में से एक है.
ब्रिटिश महारानी के ताज में कोहिनूर हीरे का सफर
कोहिनूर हीरे को सबसे पहले 1937 में किंग जॉर्ज VI की पत्नी और महारानी एलिजाबेथ के मुकुट में लगाया गया था. शाही संग्रह में पहले से शामिल कई रत्नों को भी इसमें जड़ा गया था. क्वीन विक्टोरिया के सिर पर पहने जाने वाले एक बैंड से कई हीरे निकाले गए थे.
इसके बाद रानी अलेक्जेंड्रा और रानी मैरी के ताज में कोहिनूर हीरे का इस्तेमाल किया गया. इसके बाद एक बार फिर मुकुट को रीसेट किया गया. महारानी एलिजाबेथ ने किंग जॉर्ज VI के शासनकाल के दौरान संसद के राज्य उद्घाटन में और फिर 1953 में अपनी बेटी (महारानी एलिजाबेथ द्वितीय) के राज्याभिषेक के दौरान मेहराब के बिना इस ताज को पहना था. बता दें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद सोशल मीडिया पर भारतीयों की ओर से कोहिनूर वापस लाने की मांग जोर से उठने लगी थी.
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