Dubai Downpour: मिडिल ईस्ट के ज्यादातर इलाकों में रेगिस्तान है और यहां पर भयंकर गर्मी पड़ती है लेकिन दुबई में आई बाढ़ ने सभी को चौंका दिया. सड़कें पानी से भरी हुई, स्कूल-कॉलेज, और शॉपिंग मॉल समेत अधिकर जगहें पानी से डूब गईं. सवाल ये कि आखिर इतनी बारिश दुबई में हुई क्यों? कुछ लोग कह रहे हैं कि क्लाउड सीडिंग की वजह से बाढ़ आई लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये वजह नहीं है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मौसम विज्ञानियों ने कहा कि क्लाउड सीडिंग के साथ, बारिश हो सकती है, लेकिन यह वास्तव में बारिश या बाढ़ नहीं है. कम से कम ऐसा कुछ नहीं है जिसने संयुक्त अरब अमीरात को भिगो दिया और दुबई में ये स्थिति बनी है.
क्लाउड सीडिंग क्यों नहीं हो सकती वजह?
हालांकि क्लाउड सीडिंग दशकों पुरानी व्यवस्था है लेकिन मौसम विभाग से जुड़े लोगों में इसको लेकर विवादास्पद स्थिति बनी हुई है क्योंकि ये साबित करना कि ये सही से काम करता है, बहुत कठिन है. यूएई में जिस तरह से बाढ़ आई उससे पहले इस तरह की घटना पहले कभी नहीं देखी गई. क्लाउड सीडिंग से एक साल में 4 या 5 इंच से कम बारिश हो सकती है, इससे ज्यादा नहीं.
यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक, निजी मौसम विज्ञानी रयान माउ ने कहा, "यह निश्चित रूप से क्लाउड सीडिंग नहीं है. अगर ऐसा क्लाउड सीडिंग के साथ हुआ तो उनके पास हर समय पानी रहेगा. आप हवा से बारिश नहीं पैदा कर सकते और 6 इंच पानी नहीं प्राप्त कर सकते. यह सतत मोशल टेक्नोलॉजी के समान है.”
एक्सपर्ट का मानना है कि दुबई में बारिश का अनुमान कई दिन पहले ही लगा लिया गया था. 6 दिन पहले ही कई इंच बारिश का अनुमान लगाया गया था. उन्होंने कहा कि क्लाउड सीडिंग को दोष देना पूर्वानुमानों और कारणों की अनदेखी करता है.
इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के जलवायु वैज्ञानिक फ्रेडरिक ओटो ने कहा, “जब हम भारी बारिश के बारे में बात करते हैं तो हमें जलवायु परिवर्तन के बारे में भी बात करने की जरूरत है. क्लाउड सीडिंग पर ध्यान केंद्रित करना भ्रामक है."
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