पिछले साल अगस्त में, इंग्लैंड के तलाक वकीलों में से एक, फियोन शेकलटन को पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर की पत्नी चेरी ब्लेयर ने कॉल किया. चेरी ब्लेयर जो खुद एक मानाधिकारों की वकील हैं, उन्होंने शेलकटन से बताया कि हो सकता है उनका फोन, क्लाइंट और जॉर्डन की राजकुमारी हया बिन अल हुसैन के साथ हैक किया गया हो. बातचीत के दौरान दोनों महिलाओं का मानना था कि इसके पीछे दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतीम का हाथ था.


शेकलेटन दुबई के शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतीम की पूर्व पत्नी का केस लड़ रही थीं. बुधवार को, सीनियर ब्रिटिश जज की सुनवाई की एक रिपोर्ट जारी की गई जिसमें बताया गया कि शेख ने अपनी पू्र्व पत्नी, उसके वकील और सुरक्षा टीम के फोन हैक किए थे. हैंकिंग कैसे और कब हुई इसकी पूरी जानकारी सबसे पहले निजी रूप से साझा की गई. 


दस्तावेजों के अनुसार, पिछले साल 5 अगस्त की रात ब्लेयर जिसे इजरायली सुरक्षा समूह एनएसओ द्वारा बाहरी सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था, उन्होंने शेकलटन को एक ईमेल भेजकर कहा कि आज रात आपसे जरूरी बात करनी है यह कोई मैटर नहीं करता कि कितनी देर हो चुकी है. अदालत में शैकलटन ने अपने बयान में कहा कि ब्लेयर चितिंत थीं.


सॉफ्टवेयर का दुरुप्रयोग


ब्लेयर ने अपने बयान में कहा कि उन्हें एनएसओ के एक सीनियर मैनेजर ने बताया कि वे इस बात से चितिंत थे कि पॉवरफुल टूल पेगासस जो अपराधियों और आंतकवादियों से निपटने के लिए केवल सरकारों के पास उपलब्ध है. इसका दुरुप्रयोग कैसे वकील और राजकुमारी के खिलाफ किया गया है. फर्म चाहती थी कि वह शेकलटन से संपर्क करे.


ब्लेयर ने लंदन उच्च न्यायालय को दिए एक बयान में कहा कि एनएसओ के सीनियर मैनेजर ने मुझे बताया कि उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए हैं जिससे फोन फिर से एक्सेस नहीं किया जा सके. इजराइली फर्म ने कहा कि वह इस मामले पर तुरंत टिप्पणी नहीं कर सकती है लेकिन अगर उसे पेगासस के दुरपयोग के सबूत मिलते हैं तो उस पर कार्रवाई होगी.  जब ब्लेयर ने कहा कि वह एनएसओ के लिए काम कर रही हैं और इसमें पेगासस सॉफ्टवेयर शामिल है. इसके अगले दो दिन बाद दोनों महिलाओं ने फिर से बात की, अगले सप्ताह ब्लेयर ने एनएसओ की जांच के बारे में और जानने की कोशिश की.   


एनएसओ के मैनेजर ने वॉट्सएप पर ब्लेयर से राजकुमारी हया और फियोना शेकलटन का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारे पास इस बात का सबूत नहीं है कि इस ऑपरेशन में शामिल अन्य पार्टियां प्रिसेंस हया और फियोना शेकलटन पर केंद्रित थीं. 11 अगस्त को ब्लेयर ने फिर से शेकलटन से बात की लेकिन उसे यह नहीं बताया कि एनएसओ क्लाइंट कौन था. उसने मान लिया कि यह दुबई का होगा. 


ब्लेयर ने अदालत को दिए अपने बयान में कहा, ऐसा इसलिए है क्योंकि मैंने मान लिया था कि राजकुमारी हया और बैरोनेस शेकलटन को निशाना बनाने में किसी और की दिलचस्पी नहीं होगी. एनएसओ के वरिष्ठ प्रबंधक के साथ बातचीत के दौरान मुझे याद है कि उनका क्लांइट बड़े राज्य से था या छोटे राज्य से. इस पर एनएसओ के सीनियर मैनेजर ने बताया था कि वह छोटे राज्य से है'.


बुधवार को, मोहम्मद ने अदालत के निष्कर्षों को खारिज करते हुए कहा कि यह निष्कर्ष गलत हैं और यह अधूरी तस्वीर पर आधारित है. उन्होंने एक बयान में कहा, 'मैंने हमेशा अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों का खंडन किया है. ये मामला राज्य की सुरक्षा से संबंधित है'.


मिस्टर X की भूमिका


अटलांटिक के दूसरी ओर, टोरंटो इंटरनेट सुरक्षा निगरानी समूह सिटीजन लैब के एक शोधकर्ता बिल मार्कज़क, संयुक्त अरब अमीरात के एक कार्यकर्ता के खिलाफ पेगासस पर नज़र रख रहे थे, उन्हें केवल मिस्टर एक्स के रूप में जाना जाता है. उनके काम का साल 2020 से पता चलता है, जिसमें पेगासस का ठीक ठाक इस्तेमाल हुआ है. वायरटैप सिस्टम के जरिये प्रमुख संदिग्ध अपराधियों या आतंकवादियों के मोबाइल से डेटा निकाला गया था.


मार्कजक ने पाया कि 12 जुलाई और 3 अगस्त को, मिस्टर एक्स का फोन चार बार डोमेन नामों पर डेटा डाउनलोड कर रहा था. जिसके बाद पता चला कि वे पेगासस से जुड़े थे. 4 अगस्त को उसी दिन एनएसओ को एहसास हुआ कि पेगासस का दुरुपयोग कि जा रहा है. उसने पाया कि सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर शेकलटन की फर्म Payne Hichs Beach (PHB) के वकीलों को टारगेट किया गया है. उन्होंने इसके बारे में लंदन के वकील मार्टिन डे को बताया. अगले दिन, चेरी ब्लेयर के अर्जेंट कॉल से कुछ घंटे पहले PHB को ईमेल भेजा जिसमें उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा कि उनके फोन को हैक कर लिया गया है. PHB के विवाद समाधान के प्रमुख डॉमिनिक क्रॉसली ने फिर मार्कजक से बात की. 


अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, क्रॉसली ने बातचीत की नोट में लिखा कि यह यूएई सरकार की तरह दिखता है. 7 अगस्त की सुबह मार्ज़ाजक ने क्रॉस्ले को ईमेल किया. जिसमें उन्होंने लिखा 'हम राजकुमारी हया मामले से जुड़े कुछ लोगों को ट्रैक करने में कामयाब रहे, जिनके फोन हाल ही में पेगासस के साथ टैक किए गए थे'.


अदालत को बताया कि उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि सितंबर तक छह डिवाइसों को हैक कर लिया गया है यह फोन हया, शेकलटन और साथी वकील निक मैनर्स और राजकुमारी की सुरक्षा टीम का है. मार्कजाक की जांच में पाया गया कि 265 मेगाबाइट डेटा हया के फोन से अपलोड किया गया था, जो 24 घंटे की वॉयस रिकॉर्डिंग या 500 फोटो के बराबर था, लेकिन वह यह निष्कर्ष निकालने में असमर्थ था कि फोन से क्या लिया गया था.


सॉफ्टवेयर लाइसेंस का उल्लंघन


एनएसओ ने अगस्त में अपनी जांच शुरू की. इसके स्टॉफ ने उस क्लाइंट से मुलाकात की, जिस पर पेगासस का दुरुपयोग करने का शक था. हया के वकील चार्ल्स ग्रीक ने अदालत को बताया कि "बैरोनेस शेकलटन ने कहा है कि उनकी रॉयल हाइनेस को शायद यूएई में राज्य का दुश्मन माना जाएगा. चेरी ब्लेयर ने कहा कि उन्हें लगा कि यह राजकुमारी के खिलाफ एक दुर्भावनापूर्ण प्रतिशोध था, वे अपने सॉफ्टवेयर लाइसेंस का उल्लंघन कर रहे थे."


चार्ली ब्लेयर ने कहा कि वह यदि सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल असली आतंकवादियों को ढूंढने में नहीं कर रहे हैं तो उनके साथ समस्या है. उनका मुवक्किल इस तरह के व्यवहार को पसंद नहीं करेगा. दिसंबर 2020 में अदालत में जमा दस्तावेज के मुताबिक NSO ने अपनी जांच 15 सितंबर को पूरी कर ली थी. एनएसओ पर आरोप है कि उसका सॉफ्टवेयर सरकारों को मानवाधिकारों के उल्लंघन का अधिकार देते हैं.


पत्र में कहा गया कि इससे यह निष्कर्ष नहीं निकल पा रहा है कि 7 जुलाई या उससे पहले हैकिंग कब शुरू हुई. जांच में कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया कि वास्तव में क्या हुआ था. जांच के बाद सिफारिश की गई थी ग्राहक के साथ अनुबंध समाप्त किया जाना चाहिए. 7 दिसंबर को कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया गया. गीकी ने अदालत को बताया कि हया और उनके कर्मचारियों और शएकलटन के बीच सिर्फ एक कड़ी थी वह शेख मोहम्मद हैं. 


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