(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोरोना वायरस: दो की मौत के बाद फ्रांस सरकार की अपील- मिलने पर ना करें 'गालों पर किस'
कोरोना वायरस का कहर देश में कम होने का नाम नहीं ले रहा है.दुनिया में इस वायरस के कारण लगभग 86,000 लोग संक्रमित हैं.
पेरिस: कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है. इसी को लेकर फ्रांस सरकार ने कोरोना वायरस से बचने के लिए एक लोगों से 'la bise' प्रथा को नहीं निभाने की अपील की है. फ्रांस में किसी से मिलने पर उसके गालों को चुमने की प्रथा है. इस प्रथा का नाम 'la bise' है. इस प्रथा को लेकर फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवर वेरन ने बताया, ''पारंपरिक रूप में 'la bise' प्रथा को कोरना वायरस के चलते नहीं निभाने का आग्रह किया गया है.''
क्या है 'la bise' प्रथा
'la bise' प्रथा के तहत लोगों से मिलने पर उनके गालों पर चुंबन या गाल सटाकर हवा में चुंबन किया जाता है. इसी प्रथा को निभाने का कारण सोशल कॉन्टेक्ट को छोड़कर फिजिकल वर्ल्ड में अपने कॉन्टेक्ट को बढ़ावा देना है.
नहीं कम हो रहा कोरोना का कहर- बता दें कि फ्रांस मे कोरोना वायरस के 100 कन्फर्म मामले सामने आए हैं. वहीं कोरोना वायरस की वजह से 2 लोगों की मौत भी हो चुकी है. चीन में इस वायरस के कारण 2,870 मौतें हुईं. इसकी वजह से पिछले कुछ सप्ताह से बाजार में भी गिरावट देखने को मिल रही है. हालांकि हुबेई में अब भी इसका प्रकोप जारी है लेकिन चीन के बाकी शहरों में धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौट रहा है. राहत की बात ये है कि चीन के 26 प्रांतों में कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया.
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन में मंगलवार को कुल 406 नए कोविड-19 मामले सामने आए थे. इनमें से सबसे अधिक हुबेई प्रांत में 401, शेडोंग में एक, शंघाई और हेबेई में भी एक-एक और सिचुआन में दो मामले सामने आए थे. इसकी पुष्टि राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से हुई है.
चीन के अन्य हिस्सों से कुल पांच संक्रमण के मामले ही देखने को मिले
हुबेई प्रांत में वायरस का सबसे अधिक प्रकोप है. हुबेई के अलावा मंगलवार को चीन के अन्य हिस्सों से कुल पांच संक्रमण के मामले ही देखने को मिले हैं. यह संख्या पिछले दिनों के मुकाबले कम है. इससे पहले सोमवार को यह संख्या नौ थी. कोरोना वायरस के अफ्रीका तक पैर पसारने और वित्तीय बाजारों में गिरावट के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वायरस को वैश्विक जोखिम का आकलन करते हुए उच्चतम श्रेणी में रखा है.
ये भी पढ़ें-
Ind vs NZ, 2nd Test Day 3: हार की दहलीज पर खड़ा भारत, क्लीनस्वीप कर सकता है न्यूजीलैंड
दिल्ली: अफवाहों से फिर तनावपूर्ण हुआ माहौल, पुलिस ने दिखाई तत्परता, दो लोग गिरफ्तार