G-20 Summit: इस साल का जी-20 शिखर सम्मेलन इंडोनेशिया के बाली में आयोजित किया गया है, जिसमें अगले शिखर सम्मेलन की कमान भारत को सौंपी जाएगी, जो भारत के लिए बड़ी बात और एक अंतरराष्ट्रीय बड़े सम्मेलन की मेजबानी का मौका होगा. बता दें कि भारत 1 दिसंबर से जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा. इसे लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने रविवार को ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा- अमेरिका भारत की जी -20 अध्यक्षता का समर्थन करता है.
एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को ट्वीट कर अपनी आसियान शिखर सम्मेलन के मौके पर कंबोडिया में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात से हुई चर्चा का विवरण साझा किया. ब्लिंकन ने ट्वीट में लिखा- यूक्रेन पर रूस के युद्ध के प्रभावों को कम करने के लिए चल रहे प्रयासों पर चर्चा करने के लिए आज नोम पेन्ह में शिखर सम्मेलन में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिला. हमने दोनों देशों की साझेदारी की विस्तार से चर्चा की, अमेरिका भारत की #G20 अध्यक्षता का समर्थन करता है.
रूस-यूक्रेन युद्ध पर हुई चर्चा
एस जयशंकर और ब्लिंकन ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बारे में चर्चा की, जिसके नौ महीने पूरे हो गए हैं और इसका कोई समाधान नहीं निकल रहा है. एस जयशंकर ने मुलाकात के बाद ट्वीट किया- अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन के साथ एक अच्छी बैठक हुई, जिसमें यूक्रेन, इंडो-पैसिफिक, एनर्जी, जी20 और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई.
एस जयशंकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ जा रहे हैं, जो कंबोडिया के नोम पेन्ह में 19वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. इस बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस से भी मुलाकात की थी.
ब्लिंकन ने लिखा, "हमारी साझेदारी का विस्तार करने और यूक्रेन पर रूस के युद्ध के प्रभाव को कम करने के लिए चल रहे प्रयासों पर चर्चा करने के लिए आज नोम पेन्ह में @ASEAN शिखर सम्मेलन के मौके पर मैंने भारतीय विदेश मंत्री @DrSJaishankar से मुलाकात की. अमेरिका भारत की G20 अध्यक्षता का समर्थन करता है;" ट्विटर पर दोनों नेताओं की तस्वीरें और हैशटैग था #USIndiaAt75
भारत अगले जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा और इसके लिए इस सप्ताह की शुरुआत में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के G-20 राष्ट्रपतियों के लोगो, वेबसाइट और थीम का अनावरण किया.
पीएम मोदी ने कहा- यह भारत के लिए नई जिम्मेदारी है
प्रधानमंत्री ने एक अधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा.“जी-20 संदेश के माध्यम से विश्वव्यापी भाईचारे की धारणा को मजूबीती देने का प्रयास हो रह है. जी-20 के लोगो में कमल इस कठिन समय में आशा का प्रतीक है. G-20 प्रेसीडेंसी भारत के लिए केवल एक राजनयिक बैठक नहीं है, यह एक नई जिम्मेदारी है और भारत में दुनिया के भरोसे पर खरा उतरने का एक पैमाना है."
यह भी पढ़ें: US Midterm Elections: अमेरिका में बाइडेन की एक और बड़ी जीत, चुनाव नतीजों के बाद सीनेट पर डेमोक्रेट्स का कब्जा