Earthquake Today: नेपाल में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की जानकारी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 3.6 बताई गई है. हालांकि नेपाल में आए भूकंप का असर भारत में महसूस नहीं किया गया. 


अफगानिस्तान के फैजाबाद में भी देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि अफगानिस्तान में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया था. 






नेपाल में लगातार आ रहे हैं भूकंप 


नेपाल में शुक्रवार की देर 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था जिसके बाद 157 लोगों की मौत हुई और कम से कम 375 लोग घायल हुए थे. खोज और बचाव का काम अब तक जारी है. नेपाल के जाजरकोट जिले में शुक्रवार को आए भूकंप कि वजह संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है. पिछले महीने भी नेपाल में कई बार भूकंप का झटके महसूस किए गए. 


पश्चिमी नेपाल में भूकंप के खतरे क्यों?


शुक्रवार को पश्चिमी नेपाल में आए तेज भूकंप ने वैज्ञानिकों का ध्यान खींचा है. वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया है कि पश्चिमी नेपाल में धरती की सतह के नीचे लगभग 500 सालों से असीम भूकंपीय ऊर्जा जमा हो रही है. इसलिए जानकारों ने आगाह किया है कि आने वाले समय में रिएक्टर स्केल पैमाने पर आठ या उससे ज्यादा तीव्रता के भूकंप आने की आशंका है. बीबीसी नेपाली सेवा ने नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के वरिष्ठ प्रभागीय भूकंपविज्ञानी लोकविजय अधिकारी के हवाले से बताया कि नेपाल में रोजाना 2 से ज्यादा तीव्रता के लगभग 10 भूकंप आते हैं.


मिड रेंज भूकंप क्यों जरूरी?


जानकार बताते हैं कि मध्यम तीव्रता का भूकंप आना जरूरी है क्योंकि इससे जोखिम कम हो जाते हैं. काफी समय तक भूकंप न आने की वजह से धरती की परत के नीचे इकट्ठी होती ऊर्जा अचानक बड़े भूकंपों को न्यौता देती है. 


ये भी पढ़ें:


Nepal Earthquake: नेपाल में क्यों बार-बार हिलती है धरती, आखिर इस हिमालयी देश में ऐसा क्या है?