Earthquake Today: भूकंप से कांपा अफगानिस्तान, इस इलाके में लगे जोरदार झटके, जानिए ताजा अपडेट
Afghanistan Earthquake News: अफगानिस्तान का एक शहर भूकंप से थर्रा गया है. यहां फैजाबाद में 4.1 तीव्रता के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप से लोगों में दहशत है.

Earthquake In Afghanistan Today: भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में 10 अप्रैल की सुबह भूकंप आ गया. भूकंपीय गतिविधि मापने वाली एजेंसी के मुताबिक, यहां फैजाबाद में 4.1 तीव्रता के झटके महसूस किए गए हैं.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप अफगानिस्तान में आज (सोमवार, 10 अप्रैल) सुबह 150 किलोमीटर की गहराई में आया. इस भूकंप का केंद्र फैजाबाद से 86 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में था. एनसीएस के मुताबिक, यह भूकंप भारतीय समयानुसार सुबह 8:23 बजे आया.
सतह से 150 किलोमीटर नीचे गहराई में था केंद्र
एनसीएस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, “अफगानिस्तान में फैजाबाद के निकट सतह के 150 किलोमीटर की गहराई में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया है." नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, इससे पहले 2 अप्रैल को भी अफगानिस्तान के फ़ैज़ाबाद से 103 किमी पूर्व दक्षिण-पूर्व में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था. वो भूकंप 2 अप्रैल की शाम 4:33 बजे आया था, उसकी गहराई 103 किलोमीटर थी.
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार, 10 अप्रैल की सुबह आए भूकंप से इलाके में हलचल मच गई. हालांकि, किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं मिली है. बताया जाता है कि भूकंप से 71.34 किमी दूरी तक का इलाका थर्रा गया था.
हिंदुकुश पर्वत श्रंखला में ज्यादा आते हैं भूकंप
भू-वैज्ञानिकों के अनुसार, अफगानिस्तान धरती की उस जोन में आता है, जहां भूकंपीय गतिविधियां ज्यादा होती है. अब तक आए कई भूकंप यहां बड़े विनाशकारी साबित हुए हैं. जून 2022 में आए भूकंप से यहां 1 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे और लगभग 1500 घायल हो गए थे. यहां का हिंदुकुश क्षेत्र भूकंप जोन में पड़ता है. वहां जब भूकंप आते हैं तो उसके झटके भारतीय शहरों तक रिकॉर्ड किए जाते हैं.
उत्तर भारत में आने वाले भूकंप का केंद्र अक्सर हिंदुकुश पर्वत श्रृंखला में ही होता है. यह पर्वत श्रृंखला उत्तरी पाकिस्तान से मध्य अफगानिस्तान तक 800 किमी तक फैली हुई है. हिमालय क्षेत्र में आने वाली यह श्रृंखला पामीर पर्वतों से जाकर जुड़ती है. ऐसा कहते हैं कि इंसान अपने प्रारंभिक दौर में 'पामीर के पठार' पर रहा करते थे. यहां कई ऊंचा पहाड़ हैं, लेकिन भूकंप के कारण इंसानी बसावट नुकसान झेलती रहती है.
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