Earthquake In Nepal: नेपाल में भूकंप से 72 से अधिक की हुई मौत, प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे प्रधानमंत्री प्रचंड
Nepal Earthquake: नेपाल में शुक्रवार (3 नवंबर 2023) की रात आए भूकंप में जान-माल का काफी नुकसान होने की खबर है.
Earthquake In Nepal: बीती रात शुक्रवार (3 नवंबर 2023) को 11:47 मिनट पर नेपाल में आए 6.4 तीव्रता के भूकंप ने काफी नुकसान पहुंचाया है. खबर लिखे जाने तक 72 लोगों की मौत की खबर है और 100 से अधिक लोग घायल हो गये हैं. नेपाल सरकार के मुताबिक राहत और बचाव कार्य जारी है. सरकार के प्रवक्ता के मुताबकि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड प्रभावित इलाकों का शनिवार (4 नवंबर 2023) को दौरा करने वाले हैं.
सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुए. गृह मंत्रालय ने बताया कि दोनों जिलों में 128 लोगों की मौत हो गई और 140 अन्य लोग घायल हो गए. अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि भूकंप के कारण कितने मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं.
प्रधानमंत्री प्रचंड ने राहत-बचाव कार्यों की शुरुआत की
नेपाल पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ शनिवार सुबह एक चिकित्सकीय दल के साथ घटना स्थल रवाना हुए. उन्होंने बताया कि नेपाल सेना और नेपाल पुलिस को बचाव कार्य में लगाया गया है. देश की तीनों सुरक्षा एजेंसियों- नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल को बचाव कार्य में लगाया गया है.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ने शुक्रवार रात को आए भूकंप में जान-माल का नुकसान होने पर गहरा शोक प्रकट किया है. उन्होंने तत्काल राहत एवं बचाव के लिए तीनों सुरक्षा निकायों को तैनात किया है.’ अधिकारियों ने बताया कि घायलों का सुरखेत जिला अस्पताल में इलाज जारी है. प्रधानमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को बचाव और राहत कार्य तुरंत करने के निर्देश दिए हैं.
भूकंप से भूस्खलन, भूस्खलन से तबाही
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि सड़कें अवरुद्ध होने और पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण घटना स्थल पर बचाव और राहत कार्य बाधित हो गया है. भूकंप के बाद जाजरकोट में चार से अधिक तीव्रता वाले भूकंप बाद के कम से कम चार झटके और आए. नेपाल में अक्सर भूकंप आते रहते हैं. दरअसल नेपाल उस पर्वत श्रृंखला पर स्थित है जहां तिब्बती और भारतीय टेक्टोनिक प्लेट मिलती हैं और ये हर सदी एक-दूसरे के तकरीबन दो मीटर पास खिसकती हैं जिसके परिणामस्वरूप दबाव उत्पन्न होता है और भूकंप आते हैं.
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