Earthquake in Turkey: तुर्किए में आए विनाशकारी भूकंप के बाद लोग सदमे में है, 50 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. बचे हुए लोगों में अधिकांश लोगों का घर उजड़ चुका है. ज़िन्दगी तबाह हो चुकी है. लाखों लोग राहत शिविर में जगह पाने के लिए तरस रहे हैं. आलम यह है कि बेघर हो चुके लोग सड़क पर भी गुजर बसर करने को मजबूर हैं.
तुर्किए के अधिकारियों की माने तो भूकंप से बेघर हुए लगभग दो मिलियन लोगों को टेंट, कंटेनर घरों और अन्य सुविधाओं में रखा जा रहा है. वहीं बहुत सारे ऐसे पीड़ित लोग हैं जो एक अदद छत के लिए तरस रहे हैं.
19 दिन से बेघर हैं लोग
इंडिया टुडे के साथ बातचीत में दक्षिण-पूर्व तुर्की में सिएर्ट विश्वविद्यालय में नर्सिंग की पढ़ाई करने वाली अलस्वेद नामक युवक ने बताया कि हमारे घरों को भारी नुकसान पहुंचा है, इसलिए हमने यहां अपने पड़ोस के एक बगीचे में शरण ली है. युवक ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि सबसे बड़ी समस्या टेंट की है. 19 दिन हो गए हैं और हमें अभी तक एक भी टेंट नहीं मिला है. हमने टेंट कैंप में जाने के लिए भी आवेदन किया था, लेकिन उन्होंने कहा कि पास के कैंप भरे हुए हैं.
25 वर्षीय अलस्वेद ने बताया कि भूकंप के कारण उनका घर मलबे में तब्दील हो चुका है. रहने के लिए कोई ठिकाना नसीब नहीं हो पाया है. बता दें कि अलस्वेड उन 60 सीरियाई लोगों में शामिल है जो क्षतिग्रस्त इमारतों से प्लास्टिक की चादर, कंबल, ईंटों और कंक्रीट के टुकड़ों से बने 11 आश्रयों में रेहानली शहर की सड़क के किनारे रह रहे हैं.
पीड़ितों को नहीं मिल रही छत
पीड़ित युवक ने बताया है कि वह प्रतिदिन मदद के लिए अधिकारियों से गुहार लगाते हैं लेकिन उन्हें रोज की तरह निराशा ही हाथ लगती है. तुर्किए की आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (AAFD) ने कहा कि तुर्किए में भूकंप क्षेत्र में 335,000 से अधिक टेंट लगाए गए हैं और 130 स्थानों पर कंटेनर होम सेटलमेंट्स स्थापित किए जा रहे हैं. भूकंप क्षेत्र से लगभग 530,000 लोगों को भी निकाला गया है.
तुर्किए के डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (एएफएडी) ने रात भर कहा था कि तुर्की में मरने वालों की संख्या बढ़कर 44,218 हो गई है, जिससे सीरिया सहित कुल मरने वालों की संख्या 50,000 हो गई है