दिवालिया श्रीलंका को IMF से मिल गया 17वां बेलआउट पैकेज, कंगाल पाकिस्तान की हुकूमत अब भी उधार रकम को तरस रही
IMF Bailout: आर्थिक बदहाली से जूझ रहे भारत के दो पड़ोसी देशों ने इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से आर्थिक पैकेज की गुहार लगाई. जिनमें से IMF ने केवल श्रीलंका के लिए रेस्क्यू पैकेज के तौर पर राशि दी है.
IMF Bailout Package For Sri Lanka: आर्थिक संकट में फंसे श्रीलंका को इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से आर्थिक पैकेज मिल गया है. IMF ने हाल ही श्रीलंका के लिए रेस्क्यू पैकेज के तौर पर 3 बिलियन डॉलर मंजूर किए थे, जिसके तहत उसे 330 मिलियन डॉलर की पहली किस्त मिल गई है. श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने खुद संसद को इसकी जानकारी दी.
बता दें कि श्रीलंका की सरकार ने IMF की शर्तों के मुताबिक कदम उठाए, जिससे संतुष्ट होने के बाद IMF ने राहत पैकेज को मंजूरी दी. खास बात यह है कि IMF से मिले फंड का इस्तेमाल पहली बार सरकारी खर्च के लिए भी किया जा सकेगा. हालांकि, जितने पैकेज की बात हुई है, वो श्रीलंकाई सरकार को चार साल की अवधि में दिया जाएगा.
अब दिवालिया नहीं रहेगा यह पड़ोसी मुल्क!
यह पैकेज दिवालिया हो चुके श्रीलंका को आर्थिक संकट से उबारने वाला है. यह श्रीलंका के लिए 17वां IMF बेलआउट है. श्रीलंकाई मीडिया के अनुसार, 2009 में दशकों से चल रहे सिविल वॉर के खत्म होने के बाद यह तीसरा बेलआउट है. वहां की सरकार IMF से अभी मिले बेलआउट पैकेज को अपने खर्च में भी इस्तेमाल कर सकेगी. राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा कि उनके सरकारी अधिकारी अप्रैल के तीसरे हफ्ते में बॉन्डहोल्डर्स और बाइलेटरल लेनदारों के साथ अगले दौर की बातचीत शुरू करेंगे.
कंगाल पाकिस्तान के हाथ अब भी खाली
इधर, संकट में फंसा भारत का एक और पड़ोसी देश पाकिस्तान अब भी IMF के बेलआउट का इंतजार कर रहा है. वहां की हुकूमत महीनों से IMF के अधिकारियों के हाथ-पैर जोड़ रही है. उन पर विदेशी कर्ज का बोझ लगातार बढ़ रहा है और महंगाई 31% के करीब पहुंच गई है. इसके अलावा पाक का विदेशी मुद्रा भंडार खत्म होने की कगार पर है.
फरवरी में IMF का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान आया था तो पाकिस्तानी हुकूमत ने आर्थिक संकट से निपटने के लिए IMF से 1.1 अरब डॉलर के फंड के लिए झोली पसारी, लेकिन IMF का प्रतिनिधिमंडल बिना कुछ दिए ही इस्लामाबाद से वापस चला गया.