Ecuador Prison Riot: दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर में जेल में हिंसक झड़पों और दंगों का पुराना इतिहास है. हालिया उपद्रवों में यहां की लाताकुंगा जेल (Latacunga Prison) के दंगों में 15 कैदी मारे गए हैं और कई गंभीर रूप से घायल है. जेल में हुए इस आतंरिक दंगों की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जेल के अंदर अभी भी मारे गए कैदियों की पहचान का काम जारी है.
अब-तक 20 कैदियों के घायल होने की सूचना है. जेल अधिकारियों के मुताबिक सेंट्रल इक्वाडोर की इस जेल के अंदर बंदूकों और चाकुओं से लैस कैदियों के बीच भीषण संघर्ष हुआ. अधिकारियों ने इन दंगों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले समूहों को जवाबदेह ठहराया है.
ड्रग तस्कर गिरोहों में संघर्ष
इक्वाडोर की जेल प्रणाली के अंदर हालिया अशांति भी ड्रग तस्कर गिरोहों के आपसी संघर्ष का नतीजा है. इस दक्षिण अमेरिकी (South American Ecuador) देश की जेल एजेंसी का कहना है कि 14 लोगों को अस्पताल ले जाया गया और अधिकारी शवों की पहचान का काम कर रहे हैं. इक्वाडोर की जेलों का प्रबंधन देखने वाली एजेंसी एसएनएआई (SNAI) के एक प्रवक्ता ने बताया, "लाताकुंगा में कोटोपैक्सी नंबर 1 (Cotopaxi No 1 Jail) जेल में सोमवार (3 अक्टूबर ) को हुए दंगों में "15 लोग मारे गए और 20 घायल हो गए." अधिकारियों ने दंगों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों के गिरोहों (Drug Trafficking Groups) को जिम्मेदार ठहराया है. यहां ये गिरोह चाकू और बंदूक लेकर आपस में भिड़ गए.
सुरक्षा बहाल कर दी गई
कोटोपैक्सी प्रांत के गवर्नर स्वाल्डो कोरोनेल (Oswaldo Coronel) ने कहा कि जेल में सुरक्षा बहाल कर दी गई है. कोरोनेल ने कहा कि घायलों की पहचान कर उन्हें अस्पताल ले जाया गया है. लाताकुंगा जेल भी इसी प्रांत में आता है. दरअसल लाताकुंगा इक्वाडोर की राजधानी क्विटो (Quito) से लगभग 80 किमी दक्षिण में पड़ता है. मई में सेंटो डोमिंगो (Santa Domingo) की एक जेल में 12 कैदी मारे गए थे. इस जेल में इस हिंसा को हुए दो महीने ही बीते थे कि जुलाई में यहां जेल दंगों में 12 लोगों की मौत हुई थी.
8 महीनों में 400 की मौत
इक्वाडोर (Ecuador) की जेलों में फरवरी 2021 से हुई जेल हिंसा में अब तक 400 से अधिक कैदियों की मौत हो चुकी है. देश के राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो (Guillermo Lasso) की रूढ़िवादी सरकार ने इसे मादक पदार्थों की तस्करी के इलाकों और रास्तों पर कब्जे के लिए तस्कर गिरोहों की जंग करार दिया है. इक्वाडोर सरकार ने कहा है कि इन मौतों के लिए यही गिरोह जिम्मेदार हैं. उधर कैदियों के परिवारों का मानना है कि जेल के दंगों में मरने वालों की संख्या बताई जा रही संख्या से कहीं अधिक है. कैदियों के परिवार जेल व्यवस्था में सुधार की मांग कर रहे हैं.
जेलों में क्षमता से अधिक कैदी
मानवाधिकार समूह इंटर-अमेरिकन कमीशन (Inter-American Commission) ने कहा है कि इक्वाडोर की जेल प्रणाली (Prison System) के लिए कोई सटीक नीति नहीं है. यहां की जेलों में कैदियों को भीड़ और खतरनाक हालातों का सामना करना पड़ता है. इस मानवाधिकार संगठन ने जेलों में न्याय के लिए कैदियों के परिवारों की एक समिति बनाई है, ताकि इस देश को कैदियों के लिए दशकों से बरती जा रही लापरवाही के लिए जवाबदेह ठहराया जा सके. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इक्वाडोर की जेलों में करीब 33,500 लोग हैं. जो इन जेलों की अधिकतम क्षमता से 11.3 फीसदी अधिक हैं.
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